कोयले का घरेलू उत्पादन बिजली घरों की जरूरतों के लिए अपर्याप्त, इसलिए आयात की मंजूरी दी गई : सरकार
नयी दिल्ली: बिजली मंत्री राजकुमार ंिसह ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि कोयले का घरेलू उत्पादन ताप बिजली घरों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है इसलिए विदेशों से कोयला आयात करने की मंजूरी दी गई। ंिसह ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में ऊर्जा खपत में करीब 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और 2014 से इसमें करीब 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि देश में कोयले का उत्पादन बढ़ा है फिर भी इसकी मात्रा उतनी नहीं है, जितनी जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिजली घरों की प्रति दिन की जरूरत और घरेलू कोयले की उपलब्धता में करीब 1.20 लाख टन का अंतर है।
ंिसह ने कहा कि अगर सरकार कोयले के आयात को मंजूरी नहीं देती तो पड़ोस के कुछ देशों की तरह यहां भी बड़े पैमाने पर बिजली कटौती का सामना करना पड़ता। उन्होंने कहा कि लेकिन सरकार ने विभिन्न उपायों के जरिए स्थिति पर काबू पा लिया।
इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) के संजय ंिसह ने कहा कि एक ओर कोल इंडिया लि. कंपनी ने घोषणा की है कि उसके उत्पादन में 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है लेकिन केंद्र सरकार ने राज्यों के लिए 10 प्रतिशत कोयले के आयात को बाध्यकारी बना दिया है।