लंबी कूद में श्रीशंकर और याहिया, गोला फेंक में मनप्रीत फाइनल में, दुती बाहर
बर्मिंघम. भारत के राष्ट्रीय रिकार्डधारक मुरली श्रीशंकर ने मंगलवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों की एथलेटिक्स प्रतियोगिता की पुरुषों की लंबी कूद स्पर्धा के क्वालीफाइंग दौर में शीर्ष पर रहकर जबकि मोहम्मद अनीस याहिया ने आठवां स्थान हासिल करके फाइनल में जगह बनाई.
गोला फेंक में मनप्रीत कौर ने भी फाइनल में प्रवेश किया. वह उन नौ खिलाड़ियों में शामिल थीं जो 18 मीटर के स्वत: क्वालीफाइंग स्तर को हासिल करने में नाकाम रहीं. मनप्रीत ने हालांकि 12 सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक के रूप में फाइनल में प्रवेश किया.
मनप्रीत क्वालीफाइंग दौर में ग्रुप बी में 16.78 मीटर के प्रयास के साथ चौथे और कुल सातवें स्थान पर रहीं. मनप्रीत ने अपने तीसरे और अंतिम प्रयास में सर्वश्रेष्ठ दूरी तय की. उनका निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 18.86 मीटर और सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 18.06 मीटर है.
भारत की शीर्ष धाविका दुती चंद हालांकि 100 मीटर में शुरुआती हीट रेस में कुल 27वें स्थान पर रहते हुए स्पर्धा से बाहर हो गईं. राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक (11.17 सेकेंड) दुती हीट नंबर पांच में 11.55 सेकेंड के निराशाजनक प्रदर्शन से चौथे स्थान पर रहीं.
छब्बीस साल की दुती का सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 11.40 सेकेंड है जो उन्होंने जून में राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैंपियनशिप के दौरान हासिल किया था. उन्होंने जून में कजाखस्तान में हवा की मदद के बीच 11.38 सेकेंड में रेस पूरी की थी. स्वर्ण पदक के दावेदार 23 साल के श्रीशंकर आठ मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने वाले एकमात्र खिलाड़ी रहे. उन्होंने ग्रुप ए में अपने पहले प्रयास में ही 8.05 मीटर की कूद लगाकर फाइनल में जगह बनाई.
उन्होंने आगे कोई प्रयास नहीं किया. उनकी कूद में हालांकि हवा से भी मदद मिली. तब हवा की गति प्लस 2.7 मीटर प्रति सेकंड की थी.
अमेरिका के यूजीन में हाल में संपन्न हुई विश्व चैंपियनशिप में सातवें स्थान पर रहने वाले श्रीशंकर का सत्र का और निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 8.36 मीटर है.
दूसरी तरफ याहिया ग्रुप बी क्वालीफिकेशन दौर में तीसरे स्थान पर रहे. उन्होंने अपने तीन प्रयासों में 7.49 मीटर, 7.68 मीटर और 7.49 मीटर की दूरी तय की. उनका सत्र का और निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 8.15 मीटर है. आठ मीटर का स्वत: क्वालिफिकेशन स्तर हासिल करने वाले खिलाड़ी सहित सर्वश्रेष्ठ 12 खिलाड़ियों ने फाइनल में जगह बनाई.