विधानसभा में चावल घोटाले के आरोप को लेकर हुआ हंगामा, अध्यक्ष ने भाजपा विधायकों को किया निलंबित
रायपुर: आज प्रदेश विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और शिवरतन शर्मा ने सदन में सरकार पर 5000 करोड़ रुपए के चावल घोटाले का आरोप लगाया। धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत चावल के निशुल्क वितरण के मामले में 5000 करोड़ रुपए का घोटाला किया गया है। उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण योजना के तहत अलग से दिए गए निशुल्क चावल का वितरण नहीं किया गया है।
इस पर प्रदेश के खाद्य मंत्री ने भाजपा विधायकों के द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि केंद्र ने छतीसगढ़ को इस योजना के तहत जितना भी चावल वितरण करने के लिए दिया था। उसका वितरण किया जा चुका है। मंत्री ने सदन को बताया कि केंद्र के द्वारा 27 लाख मिट्टी टन चावल छत्तीसगढ़ को दिया था जिसमें से 26 लाख 40 हजार मीट्रिक टन चावल बांट दिया गया है।
सदन में इस मामले को उठाते हुए भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाया है कि केंद्र के द्वारा दिए गए चावल में 68 हजार मेट्रिक टन चावल की गड़बड़ी की गई है जिसकी कीमत 221 करोड़ रुपए होती है। इस मामले में अमरजीत भगत के द्वारा इंग्लिश में जवाब देने पर विपक्ष की ओर से जवाब समझ में नहीं आने की बात कहते हुए हंगामा किया गया।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मंत्री के द्वारा दिया गया जवाब गलत है या सही..इसकी अलग से व्याख्या होगी. लेकिन जवाब किस भाषा में दिया जाए इसके लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। इस पर असंतुष्ट विपक्ष के विधायकों ने वेद में जाकर हंगामा किया। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा सदस्यों को निलंबित कर दिया।