विवादित बयान, राजपूत समाज को फिर से शस्त्र उठाने होंगे : संगीत सोम
मेरठ. अपने विवादित बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक संगीत सोम ने एक वर्ग विशेष पर निशाना साधते हुए कहा है कि उसे रोकने के लिए राजपूत समाज को एक बार फिर शस्त्र उठाने होंगे. सरधना क्षेत्र से भाजपा के विधायक रहे सोम ने खेड़ा गांव में बुधवार को विजयदशमी पर राजपूत उत्थान सभा द्वारा आयोजित शस्त्र पूजन कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि जिस तरह से एक वर्ग विशेष की आबादी बढ़ रही है, आतंकवाद बढ़ रहा है, अलगाववाद की बात की जा रही है, सिर कलम करने की बात कही जा रही है, इन सबको समाप्त करने के लिए सत्ता के साथ-साथ भविष्य में शस्त्रों की भी जरूरत पड़ेगी.
मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी रहे सोम ने कहा कि धर्म कभी परिवर्तन से नहीं बल्कि त्याग, तपस्या और समर्पण के बल पर आगे बढ़ता है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में शस्त्र की जरूरत पड़ेगी और राजपूत समाज को फिर से शस्त्र उठाने पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार देशद्रोही ताकतें देश पर चौतरफा आक्रमण कर रही हैं, उस स्थिति में शस्त्रों का महत्व बढ़ जाता है. सोम ने कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केरल में कांग्रेस की इस यात्रा में हर तरफ हरे झंडे दिखाई दे रहे हैं, राष्ट्रीय ध्वज नहीं दिखाई दे रहा.
उन्होंने यह भी कहा, “पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वह दिन दूर नहीं, जब यहां भी हरे झंडे दिखाई देंगे, इसलिए समझदारी से काम लीजिए.” सोम ने राजपूतों की छवि बिगाड़ने की कोशिश किए जाने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि फिल्मों में भी राजपूत समाज के युवाओं को गलत दिखाया जा रहा है, जबकि सत्यता यह है कि भगवान प्रभु श्रीराम और कृष्ण जी को भी धरती पर आने के लिए राजपूत की कोख से जन्म लेना पड़ा. गौरतलब है कि संगीत सोम पहले भी विवादित बयानों के लिए र्चिचत रहे हैं. उन पर 2013 में मुजफ्फरनगर में दंगों से पहले सांप्रदायिक और भड़काऊ बयान देने का आरोप है. इस मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था.