भाजपा शासित त्रिपुरा में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सुरक्षित हैं : केंद्रीय मंत्री

अगरतला: केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित त्रिपुरा में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सुरक्षित हैं और पूर्वोत्तर के राज्य में धार्मिक प्रथाओं पर कोई ‘‘रोक’’ नहीं है। यहां से करीब 21 किलोमीटर दूर सिपाहीजला जिले के बिशालगढ़ में रविवार शाम को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भौमिक ने 2018 विधानसभा चुनाव से पहले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के चुनाव प्रचार अभियानों की ंिनदा की जिसमें वे कहा करते थे कि ‘‘अगर भाजपा राज्य में सत्ता में आई तो अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बांग्लादेश भेज दिया जाएगा।’’

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री भौमिक ने कहा, ‘‘त्रिपुरा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए सुरक्षित है और उनकी धार्मिक प्रथाओं पर कोई प्रतिबंध नहीं है। माकपा ने करीब चार साल पहले पिछले विधानसभा चुनावों में दुष्प्रचार शुरू किया था कि अगर राज्य चुनाव में भाजपा की जीत होती है तो अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बांग्लादेश भेज दिया जाएगा। सच तो ये है कि आज ये लोग अपनी धार्मिक प्रथाओं का पालन करने के लिए स्वतंत्र हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अल्पसंख्यक समुदाय के लोग नमाज करने या अपनी धार्मिक क्रियाओं को करने के लिए स्वतंत्र हैं और त्रिपुरा में पशु बलि पर भी कोई प्रतिबंध नहीं है। सरकारी लाभ की बात आने पर भाजपा कोई भेदभाव नहीं करती है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाकर महिला सशक्तिकरण को उचित महत्व दिया है।

मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चार लाख मकान आवंटित किए हैं और इनमें से तीन लाख मकान पहले ही बनकर तैयार हो चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य को 2017 तक आवास योजा के तहत सिर्फ 58,874 आवास मिले थे।

पश्चिम त्रिपुरा के सांसद ने हालांकि उम्मीद जताई कि 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ‘‘सिपाहीजला जिले में बड़ी जीत’’ दर्ज करेगी जहां अल्पसंख्यक वोट निर्णायक होते हैं। भौमिक ने 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री माणिक सरकार के खिलाफ धानपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन उस वक्त वह हार गई थीं।

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