हिमाचल में मुख्यमंत्री पद के लिए कई दावेदारों का होना कांग्रेस की कमजोरी नहीं, मजबूती है: खरगे
शिमला/नयी दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हिमाचल प्रदेश में अपनी पार्टी की जीत की उम्मीद जताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए कई सक्षम दावेदारों का होना पार्टी की कमजोरी नहीं है, बल्कि मजबूती है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन खरगे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता बदलाव का मन चुकी है और ऐसे में उन्हें कांग्रेस को प्रचंड बहुमत देना चाहिए ताकि एक मजबूत सरकार मिले.
उनके अनुसार, ‘‘किसी भी राजनीतिक दल के लिए हर चुनाव महत्वपूर्ण होता है…हिमाचल प्रदेश के लोग बहुत समझदार हैं. वे अपना मन बना चुके हैं. वे बदलाव चाहते हैं.’’ खरगे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद सबसे पहले गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव है.
उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने जनता द्वारा खारिज किए जाने के बाद भी विधायकों को तोड़कर सरकार बनाई और जनादेश का गला घोंटा है. उनका कहना था, ‘‘हम हिमाचल प्रदेश के लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि वो हमें प्रचंड बहुमत दें ताकि उनका जनादेश टिका रहे.’’ खरगे के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारी, महंगाई और पुरानी पेंशन योजना सबसे बड़े मुद्दे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो वादे किए हैं उन्हें पूरा करेगी, क्योंकि उसने अतीत में भी वादों को पूरा किया है और शासन करना जानती है.
उनका कहना है कि कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में पुरानी पेंशन योजना बहाल करने और महिलाओं को हर महीने 1500-1500 रुपये देने के जो वादे किए गये हैं, पार्टी उन्हें पूरा करेगी. खरगे ने कहा, ‘‘हम भाजपा की तरह नहीं हैं. हम जानते हैं कि शासन कैसे किया जाता है. हमने अपना होमवर्क किया है.’’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा इस चुनाव को भारतीय जनता पार्टी के चेहरे पर लड़ रही है क्योंकि वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राज्य सरकार की विफलताओं से अवगत है. खरगे ने यह भी कहा कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के कई दावेदारों का होना पार्टी का मजबूत पक्ष है.
उन्होंने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश में शासन के नाम पर भाजपा के पास दिखाने के लिए कुछ नहीं है. इसलिए वे गैरजरूरी मुद्दों को लेकर कांग्रेस पर लगातार हमले कर रहे हैं. हमारे पास कई सक्षम और लोक्रपिय नेता हैं. हम इसे अपनी कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत के रूप में देखते हैं.’’ उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भाजपा के एक बागी उम्मीदवार से फोन पर बात किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि बागी सत्तारूढ़ पार्टी को बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं.
खरगे ने हिमाचल प्रदेश और गुजरात के मतदाताओं का आह्वान किया कि वे भारत के निर्माण से जुड़े कांग्रेस के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए मतदान करें. उनका कहना था, ‘‘ हमारा शासन का लंबा अनुभव है और हम शासन की चुनौती को स्वीकारते रहे हैं. हम हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं से कहना चाहते हैं कि जो कहते हैं वो करते हैं. हम ऐसे जुमलेदार वादे नहीं करते जो पूरे नहीं हो सकें’’ उन्होंने आरोप लगाया कि किसान और बागवान दोनों को उचित मूल्य नहीं मिल रहा है. खरगे ने कहा, ‘‘राज्य में 63 हजार सरकारी पद खाली हैं. आठ लाख युवा बेरोजगार हैं. इसलिए कांग्रेस पार्टी ने घोषणा की है कि एक लाख सरकारी नौकरियां दी जाएंगी.’’
संजय राउत की जमानत ने भाजपा सरकार की ‘प्रतिशोध की राजनीति’ को उजागर किया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि शिवसेना सांसद संजय राउत की जमानत ने भाजपा की ‘प्रतिशोध की राजनीति’ को उजागर कर दिया है. मुंबई की एक विशेष अदालत ने बुधवार को कथित धनशोधन मामले में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत की गिरफ्तारी को ‘अवैध’ और ‘निशाना बनाने’ की कार्रवाई करार देते हुए उन्हें जमानत प्रदान कर दी थी. इसके बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया था.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने संजय राउत के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था. खरगे ने कहा, ‘‘ धन-शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत ने राउत की अवैध गिरफ्तारी के लिए प्रवर्तन निदेशालय को फटकार लगाई और उसके द्वारा अपनी शक्ति के अत्यधिक उपयोग को अवैध बताया. श्री संजय राउत की जमानत का आदेश भाजपा सरकार की प्रतिशोध की राजनीति को उजागर करता है. ’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है.