ममता बनर्जी के कार्यकाल में बंगाल में हिंसा की एक भी घटना नहीं होनी चाहिए : TMC सांसद
हिंसा
कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने बृहस्पतिवार को कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले राज्य में महिलाओं के खिलाफ ंिहसा की एक भी घटना नहीं होनी चाहिए और ऐसी घटनाओं को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए.
रॉय ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री बनर्जी की अगुवाई वाले पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध की एक भी घटना होती है तो यह ‘‘शर्म की बात’’ है.
उन्होंने उत्तर 24 परगना जिले में एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘महिलाओं के खिलाफ अपराध अस्वीकार्य है. अगर किसी महिला मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध की एक भी घटना होती है तो यह हम सभी के लिए शर्म का विषय है. हमें महिलाओं के खिलाफ अपराध को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करना चाहिए.’’
उनकी यह टिप्पणी तब आयी है जब हंसखली में एक नाबालिग लड़की से सत्तारूढ़ तृणमूल पंचायत नेता के बेटे ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया, जिसके बाद उसकी मौत हो गयी. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है. अदालत ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दमयंती सेन को राज्य में दुष्कर्म की चार घटनाओं की जांच करने का भी आदेश दिया है. वहीं, तृणमूल के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में महिलाएं सुरक्षित हैं.
घोष ने कहा, ‘‘उन्होंने (रॉय) जो कहा है, मैं उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं. ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में राज्य की महिलाएं सुरक्षित हैं. मुख्यमंत्री ने खुद पुलिस को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.’’ उधर, विपक्षी दलों ने रॉय को सार्वजनिक तौर पर ऐसा बयान देने के बजाय बनर्जी को यह ‘‘सलाह’’ देने को कहा है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘‘उन्होंने जो कहा है, वह सही है. लेकिन उन्हें यह पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी से कहना चाहिए और उन्हें राज्य में अराजक स्थिति को रोकने के लिए कहना चाहिए .’’ उनका समर्थन करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने पूछा कि क्या रॉय मुख्यमंत्री द्वारा दिए बयानों की भी ंिनदा करेंगे?
लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी ने कहा, ‘‘रॉय कई चीजें कह रहे हैं जो सुनने में हमें अच्छी लग रही हैं. लेकिन क्या वह हंसखली घटना के बाद मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए बयानों की ंिनदा करेंगे? उन्हें पहले यह करना चाहिए.’’ गौरतलब है कि बनर्जी ने नाबालिग लड़की की मौत पर 11 अप्रैल को सार्वजनिक तौर पर शक जताया था. उन्होंने दावा किया कि मृतक लड़की और आरोपी के बीच प्रेम प्रसंग था और वह गर्भवती थी. विपक्षी दलों ने इस टिप्पणी की ंिनदा की है.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता सुजान चक्रवर्ती ने रॉय के बयान का स्वागत किया लेकिन सवाल किया कि क्या वह बनर्जी से यह कहेंगे? उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि उन्हें यह अहसास हुआ है कि राज्य में अराजक स्थिति को लेकर बंगाल की छवि खराब हुई है. लेकिन पहले उन्हें मुख्यमंत्री को राज्य में कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिए कहना चाहिए.’’ उल्लेखनीय है कि नदिया जिले के हंसखली में नौवीं कक्षा की छात्रा से एक तृणमूल पंचायत नेता के बेटे के घर पर जन्मदिन पार्टी में चार अप्रैल को कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया, जिसके बाद उसकी मौत हो गयी थी. उसके माता-पिता ने पुलिस में दर्ज करायी शिकायत में यह आरोप लगाया है. मामले में अभी तक तृणमूल नेता के बेटे समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.