मुख्यमंत्री रहते रुपये की चिंता करते थे प्रधानमंत्री, अब हृदय परिवर्तन क्यों हुआ: कांग्रेस
नयी दिल्ली. कांग्रेस ने डॉलर के मुकाबले रुपये में रिकॉर्ड गिरावट को लेकर बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुपये की चिंता करते थे, लेकिन अब उनका हृदय परिवर्तन क्यों हो गया है.
पार्टी ने ट्वीट किया, ‘‘पहले रुपये को लेकर जो मुख्यमंत्री मोदी की चिंता थी, वो 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद बंद हो गई है. देश पूछ रहा है, मोदी जी ये हृदय परिवर्तन क्यों?’’ कांग्रेस प्रवक्ता अंशुल अविजित ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज रुपया 83.12 के स्तर तक गिर चुका है. यह गिरावट ऐतिहासिक है. अगर तुलनात्मक देखा जाए तो मई 2014 तक संप्रग सरकार के दौरान रुपया 58.04 तक था.’’ उनका कहना था कि रुपये की गिरावट का असर आयात पर भी पड़ता है, जिससे महंगाई बढ़ती है.
उन्होंने दावा किया, ‘‘जितनी भी रेंिटग एजेंसियां हैं, सबने अगले वित्त वर्ष के अनुमान में भारी कटौती की है. ये अविश्वास का माहौल है, इसका सीधा असर रूपए पर है.’’ अविजित ने यह दावा भी किया, ‘‘अब अर्थव्यवस्था बिलकुल बर्बाद हो चुकी है. रुपया गिरता जा रहा है, अर्थव्यवस्था डूबती जा रही है. मंदी है, बेरोजगारी है, भुखमरी है और सारे आंकड़े नकारात्मक हैं.’’
विदेशी कोषों की निरंतर निकासी और अमेरिकी डॉलर की मजबूती के चलते रुपया बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले छह पैसे टूटकर 83.06 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर में गिरावट और निवेशकों के जोखिम न लेने की प्रवृत्ति से भी रुपया प्रभावित हुआ.