आंध्रप्रदेश में मुख्यमंत्री के काफिले के लिए एक परिवार का वाहन जब्त किया गया
अमरावती. आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी की निर्धारित ओंगले यात्रा के दौरान इस्तेमाल के लिए एक परिवार की कार कथित तौर पर जबरन जब्त कर लेने के बाद एक सहायक मोटर वाहन निरीक्षक एवं गृह आरक्षी (होमगार्ड) को निलंबित कर दिया गया है.
यह परिवार अपनी कामना पूर्ति के बाद भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के लिए तिरूमाला पहाड़ी की ओर बढ़ रहा था , उसी बीच उसकी कार जब्त कर ली गयी एवं यह परिवार ओंगले में फंस गया. इस घटना से विवाद खड़ा हो गया. मुख्यमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, जगन इसको लेकर नाराज हो गये. विपक्षी दल तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) एवं जन सेना ने ‘उत्पीड़क घटना’ को लेकर यह कहते हुए जगनमोहन रेड्डी सरकार को निशाना बनाया और कहा कि इससे एक बार फिर राज्य में व्याप्त अराजकता सामने आ गयी है.
दरअसल पालनाडू जिले के विनूकोंडा से एक परिवार अपनी एसवीयू से तिरूमला जा रहा था और वह बुधवार रात को भोजन के लिए ओंगले में रूका. इसी बीच एक स्थानीय पुलिसकर्मी एसवीयू चालक के पास पहुंचा और उससे कहा कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री की निर्धारित यात्रा के सिलसिले में उनके काफिले में उपयोग के लिए उनकी गाड़ी जब्त की जा रही है. परिवार ने यह कहते हुए पुलिसकर्मी से अपनी कार जब्त नहीं करने का अनुरोध किया कि वह तिरूमाला जा रहा है. इस परिवार में दो बच्चे भी थे.
पुलिसकर्मी ने इस परिवार की बात नहीं सुनी एवं वह यह कहते हुए जबरन कार ले गया कि वह अपने उच्चाधिकारियों के आदेशों का पालन कर रहा है. तब असहाय परिवार ने अपने गृहनगर से दूसरा वाहन मंगवाया एवं तिरूमाला रवाना हुआ. जनसेना की राजनीति मामलों की समिति के अध्यक्ष नडेंडला मनोहर ने इस घटना की खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ यह जगन का नये तरह का शासन है जिसे हम देख रहे हैं. ’’ जनसेना प्रमुख ने कहा कि क्या स्थिति इतनी बिगड़ गयी है कि सरकार मुख्यमंत्री के काफिले के लिए अपने वाहन का इंतजाम करने में असमर्थ है.
तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ‘‘ किसी परिवार की गाड़ी मुख्यमंत्री के उपयोग के लिए छीनना ज्यादती है. राज्य को ऐसी दयनीय स्थिति में क्यों धकेल दिया गया. यह बस जगन के नृशंस प्रशासन की पोल खोलता है.’’ परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि ‘संवादहीनता’ के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई. उन्होंने कहा, ‘‘ असल में, हमारे अधिकारियों ने वाहन जब्त किया क्योंकि उसके मालिक के पास वाहन का वैध फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं था. ’’ एक अधिकारी के अनुसार सहायक मोटर वाहन निरीक्षक एवं गृह आरक्षी को निलंबित कर दिया गया है.