सीमा पर अमन और शांति जरूरी : जयशंकर ने चीनी राजदूत को बताया
नयी दिल्ली. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन के निवर्तमान राजदूत सुन विडोंग के साथ बुधवार को हुई बैठक में कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में अमन और शांति भारत तथा चीन के बीच सामान्य संबंधों के लिये जरूरी हैं. भारत में चीन के राजदूत सुन विडोंग ने बुधवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से विदाई भेंट की. जयशंकर ने मुलाकात के चित्र के साथ ट्वीट में कहा कि चीन के राजदूत सुन विडोंग से विदाई भेंट हुई .
उन्होंने कहा, ‘‘ इस बात पर जोर दिया कि भारत-चीन संबंधों का विकास तीन साझा बिन्दुओं से निर्देशित होता है. सीमावर्ती क्षेत्रों में अमन और शांति जरूरी हैं. ’’ विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और चीन के बीच संबंधों का सामान्य होना दोनों देशों, एशिया और दुनिया के वृहद हित में है. चीन के राजदूत सुन विडोंग का भारत में तीन वर्ष से अधिक समय का कार्यकाल रहा . भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा मुद्दों को लेकर 29 महीने से अधिक समय से गतिरोध चल रहा है. जून 2020 में गलवान घाटी में संघर्ष के बाद से दोनों देशों के रिश्ते काफी तनावपूर्ण हैं .
चीन के राजदूत सुन विडोंग ने मंगलवार को अपने विदाई समारोह में कहा था कि पड़ोसी होने के नाते चीन और भारत के बीच कुछ मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन विकास के लिए साझा आधार तलाशने पर ध्यान दिया जाना चाहिए. ज्ञात हो कि भारत और चीन की सेनाओं ने पिछले महीने गोगरा-हॉटस्प्रिंग के पेट्रोंिलग प्वायंट 15 से पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी की थी . हालांकि, डेमचोक और देपसांग क्षेत्र से जुड़े मुद्दों के समाधान की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है.