नड्डा ने पुरी मंदिर का दौरा किया, भगवान जगन्नाथ के रत्नभंडार के स्थान के बारे में जानकारी ली

भुवनेश्वर. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा अगले विधानसभा चुनाव में श्री जगन्नाथ मंदिर के रत्नभंडार को मुद्दा बनाए जाने की संभावना का संकेत देते हुए पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शुक्रवार को पुरी मंदिर का दौरा किया और मंदिर के खजाने के स्थान के बारे में जानकारी ली. अध्यक्ष पद संभालने के बाद पहली दो-दिवसीय ओडिशा यात्रा पर आए नड्डा ने अपने साथ आए सेवायत से उन्हें ‘रत्न भंडार’ बाहर से दिखाने के लिए कहा. इस खजाने के आंतरिक कक्ष की चाबी कथित तौर पर गायब है.

नड्डा ने बृहस्पतिवार को एक पार्टी की बैठक में ‘रत्नभंडार’ की गुम चाबी का मुद्दा उठाया था और इसके लिए नवीन पटनायक सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा था, ‘‘यहां तक राज्य में भगवान जगन्नाथ का खजाना भी सुरक्षित नहीं है.’’ उन्होंने कहा था, ‘‘कुछ लोग कहते हैं कि रत्नभंडार की चाबी खो गई है और दूसरों का कहना है कि अधिकारियों के पास डुप्लीकेट चाबी है. ऐसे हालात में लोग क्या उम्मीद कर सकते हैं? लोग ‘डुप्लीकेट’ सरकार से सिर्फ ‘डुप्लीकेट’ चाबी की ही उम्मीद कर सकते हैं.’’ नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से सरकार को बाहर का रास्ता दिखाने को कहा था, जो ‘‘भगवान जगन्नाथ के खजाने की रक्षा करने में भी विफल’’ थी. उन्होंने कहा था कि ओडिशा में ‘डबल इंजन सरकार’ (केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी की सरकार) का समय आ गया है.

रत्नभंडार आखिरी बार 1984 में खोला गया था, जबकि श्री जगन्नाथ मंदिर अधिनियम में हर तीन साल में इसके निरीक्षण का प्रावधान है. वर्ष 2018 में इसे खोलने का राज्य सरकार का प्रयास सफल नहीं हो सका था, क्योंकि जिलाधिकारी की अभिरक्षा में जिला कोषागार में रखी जाने वाली आंतरिक कक्ष की चाबी कथित तौर पर गायब थी.

पटनायक ने इसकी तहकीकात के लिए एक-सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया था, जिसकी जिम्मेदारी उड़ीसा उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश को दी गयी थी तथा तत्कालीन जिलाधिकारी ने कुछ महीने बाद कहा था कि आंतरिक कक्ष की डुप्लिकेट कुंजी मिल गयी है. भाजपा के नेता प्रतिपक्ष जेएन मिश्रा ने कहा कि आयोग की रिपोर्ट अभी विधानसभा में पेश नहीं की गई है.

रत्नभंडार की गुम चाबी के रहस्य ने लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है कि क्या भगवान जगन्नाथ का खजाना सुरक्षित है, क्योंकि यह 38 वर्षों से खुला नहीं है. भाजपा अध्यक्ष ने भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ को नमन किया और मां बिमला और महालक्ष्मी के मंदिरों का दौरा किया.

बाद में वह भद्रक जिले के तिहिड़ी गए, जहां उन्होंने दिवंगत भाजपा विधायक विष्णु सेठी की स्मृति में आयोजित बैठक में भाग लिया. सेठी का इस महीने की शुरुआत में निधन हो गया था. पार्टी सूत्रों ने बताया कि दिल्ली रवाना होने से पहले नड्डा कटक में नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ रिहेबिलिटेशन ट्रेंिनग एंड रिसर्च राष्ट्रीय पुनर्वास प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान के पुनर्वास विस्तार भवन का उद्घाटन करेंगे, भाजपा के कई मोर्चों के सदस्यों को संबोधित करेंगे और भाजपा की प्रदेश इकाई की कोर टीम से मुलाकात करेंगे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button