सिंगापुर : प्राचीन मंदिर में अभिषेक समारोह में 12,000 हिंदू श्रद्धालु हुए शामिल
सिंगापुर. सिंगापुर के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक ‘श्री थेंदयुथापानी मंदिर’ में अभिषेक समारोह में बृहस्पतिवार को करीब 12,000 हिंदू श्रद्धालु शामिल हुए. इस मंदिर को सरकार ने वर्ष 2014 में राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया था. श्री थेंदयुथापानी मंदिर का निर्माण वर्ष 1859 में किया गया था और इसका थाईपुसम से घनिष्ठ संबंध है. यह समारोह भगवान मुरुगन को सर्मिपत है जिन्हें हिंदू धर्म में साहस, शक्ति और सदगुण का प्रतीक माना जाता है.
सरकार की ओर से वर्ष 2014 में इस मंदिर को सिंगापुर का 67वां राष्ट्रीय स्मारक घोषित किये जाने के बाद से मंदिर में यह पहला अभिषेक समारोह आयोजित किया गया. उत्सव की परंपरागत पदयात्रा के दौरान मंदिर अंतिम गंतव्य स्थल होता है और प्रत्येक 12 वर्ष में एक बार अभिषेक समारोह आयोजित किया जाता है.
समारोह के पहले हिस्से की शुरुआत सात बजे सुबह एक बड़े तंबू में हुई जहां पुजारियों ने पाठ किया और पवित्र जल से आशीर्वाद दिया.
‘द स्ट्रेट टाइम्स’ अखबार की खबर के मुताबिक इसके बाद कुम्भाभिषेकम किया गया जिसके तहत गोपुरम (मंदिर के प्रवेश द्वार का स्तंभ) के शीर्ष से पवित्र जल प्रवाहित किया गया और इस दौरान श्रद्धालुओं ने अरोकारा (भगवान मुरुगन की स्तुति में श्रद्धालुओं द्वारा की जाने वाली प्रार्थना) का उच्चारण किया गया.
‘श्री थेंदयुथापानी मंदिर’ का प्रबंधन करने वाले ‘चेट्टियार टेंपल सोसायटी’ के अध्यक्ष एम. सामीनाथन ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं को भोजन उपलब्ध कराने के लिए 1000 स्वयंसेवियों को लगाया गया है. अभिषेक में कानून और गृह मामलों के मंत्री के. षणमुगम के अलावा संस्कृति, समुदाय और युवा मंत्री और कानून के द्वितीय मंत्री एडविन टोंग और जोआन पेरेरिया शामिल हुए. प्रधानमंत्री ली सीन लूंग भी समारोह में शामिल होने वाले थे, लेकिन कोविड-19 संक्रमण के कारण वह शामिल नहीं हो सके.