मोदी ने नौ वर्षों में भारत को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया: भाजपा

नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के 2004 से 2014 के कार्यकाल को एक ऐसा दशक करार दिया, जिसे उसने गंवा दिया, क्योंकि इस दौरान भारत दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ही रहा, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नौ वर्षों के अपने कार्यकाल में भारत को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के मुकाम तक पहुंचा दिया.

पार्टी मुख्यालय में यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विपक्षी दलों पर ‘शॉर्टकट’ की राजनीति के लिए भी निशाना साधा और कहा कि इससे देश को नुकसान होता है. रेलवे, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख विभागों के मंत्री ने इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में केंद्र सरकार की उपलब्धियों का एक ब्योरा भी पेश किया.

सरकार की नौवीं वर्षगांठ के मौके पर भाजपा द्वारा देश भर में अपने वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारकर अपनी विभिन्न उपलब्धियों को रेखांकित किए जाने के बीच उन्होंने कहा, ‘‘पिछले नौ साल में देश में अभूतपूर्व बदलाव आया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिए 2004 से 2014 तक का दशक ऐसा समय रहा जिसे हमने गंवा दिया. इस पूरी अवधि में भारत दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ही रहा. लेकिन जब से प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ने देश की कमान संभाली, भारत 10वीं से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बन गया.’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हाल ही में आई मार्गन स्टेनली की रिपोर्ट में भी भारत में एक दशक से भी कम समय में हुए इस बदलाव की सराहना की गई है.

उन्होंने कहा, ‘‘अनुमान जताया जा रहा है कि 2026 तक भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बन जाएगा और 2027-28 तक हम दुनिया की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शुमार होंगे.’’ विभिन्न दलों द्वारा की जा रही मुफ्त चुनावी घोषणाओं की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि उनके शॉर्टकट से देश को नुकसान होगा. उन्होंने लोगों से 2024 में मोदी के नेतृत्व में भाजपा को स्पष्ट जनादेश देने का आह्वान किया जैसा कि उन्होंने 2014 और 2019 में दिया था. वैष्णव ने कहा कि यह लोगों का निर्णायक और स्पष्ट फैसला है जिसकी वजह से सरकार ने भी अच्छे परिणाम दिए हैं.

भाजपा अक्सर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे विपक्षी दलों द्वारा मतदाताओं को दी जाने वाली मुफ्त चीजों को ‘रेवड़ी’ का नाम देती रही है. विपक्ष ने दावा किया है कि सत्तारूढ़ पार्टी भी इससे अलग नहीं है, हालांकि उसने इस आरोप को खारिज कर दिया है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में मोदी के सत्ता संभालने के बाद भारत में व्यापक बदलाव हुआ है, विशेषकर रेलवे के क्षेत्र में, जो कि पहले कभी नहीं हुआ.

उन्होंने कहा, ‘‘आज रेलवे का पूरा तंत्र ग्राहक अनुकूल है, सुविधाएं विश्व स्तरीय हैं और अवसंरचनाओं को मजबूत किया जा रहा है. साल 2014 से पहले केवल 21,000 किलोमीटर तक रेल लाइन का विद्युतीकरण हुआ था, जबकि आज यह आंकड़ा 37,000 किलोमीटर तक पहुंच गया है. वैष्णव ने कहा कि साल 2014 में प्रतिदिन चार किमी रेलवे ट्रैक लगाए जा रहे थे, जबकि आज 14 किमी प्रतिदिन रेलवे ट्रैक लगाए जा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ वर्षों में जिस तरह से रेलवे के हर क्षेत्र में सुधार किया गया है, उसका परिणाम आज दिखाई दे रहा है.  उन्होंने कहा कि ट्रेनें समय पर चलने लगी हैं, उनके अंदर और प्लेटफार्मों पर साफ-सफाई में काफी सुधार हुआ है.

‘मेड-इन-इंडिया’ वंदे भारत ट्रेनों को विश्व स्तरीय बताते हुए उन्होंने कहा कि केवल आठ देशों के पास 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों के निर्माण के लिए डिजाइन और तकनीक है. ये ट्रेनें अगले साल के मध्य तक 200 शहरों को जोड़ेंगी.
उन्होंने दावा किया कि बुलेट ट्रेन पर भी तेजी से काम हो रहा है.

वैष्णव ने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र कभी घोटालों से घिरा रहता था लेकिन अब यह जीवंत हुआ और तेज गति से आगे बढ़ रहा है.
भाजपा नेता ने कहा कि इसमें उपयोगकर्ताओं के लिए डेटा और बात करने की सबसे कम लागत है, और भारत का दूरसंचार क्षेत्र दुनिया का सबसे किफायती है.

उन्होंने कहा कि संप्रग ने सरकारी कंपनी बीएसएनएल को मरणासन्न की स्थिति में छोड़ दिया था लेकिन मोदी ने चट्टान की तरह इसका समर्थन किया और अब यह परिचालन लाभ कमा रही है. वैष्णव ने कहा कि भारत के तकनीकी नवाचार पर वैश्विक स्तर पर चर्चा की जा रही है क्योंकि देश ने 5-जी की दुनिया में तेजी से कदम आगे बढ़ा दिया है.

उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र द्वारा 25 लाख से अधिक नौकरियां प्रदान की जा रही हैं और इसका निर्यात भी बढ़ रहा है.
उन्होंने रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन पर भी निशाना साधा और कहा कि जब से वह ‘राजनेता’ बने हैं तब उनका ‘रंग’ बदल गया है.

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