महाराष्ट्र में शिवाजी के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ का जश्न आरंभ

मुंबई. छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ का जश्न महाराष्ट्र के रायगढ. किले में शुक्रवार सुबह आयोजित कार्यक्रम के साथ शुरू हो गया, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी भाग लिया. मुख्यमंत्री शिंदे ने इस मौके पर कहा कि उनकी सरकार मराठा योद्धा के आदर्शों का पालन कर रही है और किसानों एवं महिलाओं के कल्याण के लिए काम कर रही है.

ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, मराठा योद्धा शिवाजी महाराज का रायगढ. किले में छह जून, 1674 को राज्याभिषेक हुआ था, जहां उन्होंने ‘हिंदवी स्वराज’ की नींव रखी थी. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल राज्याभिषेक की वर्षगांठ दो जून को है. शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यहां से करीब 170 किलोमीटर दूर स्थित रायगढ. किले में शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की वर्षगांठ के मौके पर की जाने वाली विभिन्न रस्मों में हिस्सा लिया. संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने 17वीं सदी के मराठा योद्धा की प्रतिमा का जलाभिषेक किया. इसके लिए जल पूरे महाराष्ट्र की नदियों से एकत्र किया गया था.

राज्य पुलिस के एक बैंड ने महाराष्ट्र का राज्य गीत ”जय जय महाराष्ट्र माझा, गर्जा महाराष्ट्र माझा” बजाकर मराठा साम्राज्य के संस्थापक को श्रद्धांजलि दी. शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई. इस अवसर पर शिवाजी महाराज के वंशज भी उपस्थित थे.

राज्य सरकार ने राज्याभिषेक की वर्षगांठ मनाने के लिए किले में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है, जो पूरे सप्ताह चलेंगे.
शिंदे और फडणवीस ने ‘शिवराज्याभिषेक’ की 350वीं वर्षगांठ पर राज्य के लोगों को बधाई दी. शिंदे ने ट्वीट कर बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों को घर-घर तक पहुंचाने के लिए सरकार ने सात जून तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया है.

फडणवीस ने भी ट्वीट कर लोगों से छत्रपति शिवाजी महाराज के ‘शिवराज्याभिषेक’ की 350वीं वर्षगांठ पर मनाए जाने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने का आग्रह किया. शिंदे ने समारोह के दौरान कहा कि 11 महीनों के कार्यकाल के दौरान उनकी सरकार ने शिवाजी महाराज के आदर्शों का पालन किया है.

उन्होंने इस अवसर पर प्रतापगढ. प्राधिकरण के गठन की भी घोषणा की, जिसका नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद उदयनराजे भोसले करेंगे, जो छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज हैं. शिंदे ने कहा कि शिवाजी के किलों का संरक्षण उनकी सरकार की प्राथमिकता है.

उन्होंने कहा, ”मेरी सरकार किसानों और महिलाओं के कल्याण के लिए काम कर रही है.” फडणवीस ने कहा कि दिल्ली में छत्रपति शिवाजी महाराज का राष्ट्रीय स्मारक बनाया जाना चाहिए और राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस मामले पर बात करेगी.
उन्होंने घोषणा की कि मुंबई में तटीय सड़क का नाम छत्रपति संभाजी महाराज के नाम पर रखा जाएगा.

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी का एक वीडियो संदेश दिखाया गया, जिसमें उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन को प्रेरणा का स्रोत बताया और कहा कि उनके द्वारा किए गए कार्य, उनकी नीतियां और उनके द्वारा स्थापित शासन प्रणाली आज भी प्रासंगिक हैं क्योंकि उनके प्रशासन का मूल सिद्धांत लोगों का कल्याण था. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने इस अवसर पर नागपुर में शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की.

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