कर्नाटक में भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस पूरी तरह से एकजुट: राहुल गांधी
दावणगेरे/चित्रदुर्ग. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस में एकता और प्रेमभाव का सार्वजनिक प्रदर्शन करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया के 75वें जन्मदिन के मौके पर बुधवार को उनसे गले मिले और उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. दोनों नेताओं के बीच इस प्रकार के प्रेमभाव को देखकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी खुशी जताये बिना नहीं रह सके.
शिवकुमार और सिद्धारमैया को अगले वर्ष अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी के सत्ता में आने की सूरत में मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. यद्यपि दोनों नेता यह कहते रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में बहुमत आने की स्थिति में मुख्यमंत्री पद का फैसला नवनिर्वाचित विधायकों और पार्टी हाईकमान द्वारा तय किया जाएगा, लेकिन दोनों के समर्थक समय-समय पर अपने-अपने नेता की दावेदारी का इजहार करते रहते हैं.
सिद्धारमैया ने अपने जन्मदिन पर आयोजित एक बड़े समारोह में कहा कि शिवकुमार और उनके बीच गतिरोध की बात विपक्षी दलों का फैलाया हुआ ‘भ्रम’ है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं और शिवकुमार साथ हैं. हमारे बीच कोई मतभिन्नता नहीं है.’’ शिवकुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि कांग्रेस ने सामूहिक नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है.
सिद्धारमैया को शिवकुमार द्वारा सम्मानित किये जाने के बाद समारोह में उपस्थित कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘‘आज मुझे मंच पर सिद्धारमैया और डी. के. शिवकुमार को गले मिलते देखकर खुशी हुई.’’ गांधी ने कहा कि शिवकुमार ने कांग्रेस संगठन के लिए काफी काम किया है.
गांधी ने एक प्रकार से चुनावी बिगुल बजाते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में भाजपा और आरएसएस को हराने के लिए पूरी तरह से एकजुट है.’’ उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में आएगी तो वह ‘‘निष्पक्ष और ईमानदार’’ सरकार देगी, जो राज्य के भविष्य के लिए काम करेगी, न कि नफरत फैलाने का काम. राज्य के तटीय इलाके में पिछले कुछ दिनों में कथित सांप्रदायिक बयानों के कारण हुई तीन हत्याओं का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा कि कर्नाटक में अतीत में ऐसी घटनाएं नहीं हुई हैं.
गांधी ने कहा, ‘‘जब हम अमेरिका में लोगों से पूछते हैं कि वे आज कर्नाटक के बारे में क्या सोचते हैं तो वे आपसे कहेंगे कि कर्नाटक में आज की तरह की ंिहसा पहले कभी नहीं हुई.’’ गांधी ने कहा, ‘‘वे कहेंगे कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तो कर्नाटक में सौहार्द था.’’ गांधी ने सिद्धारमैया को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा, ‘‘वे ऐसे इंसान हैं जो उम्र बढ़ने के साथ और युवा लगने लगे हैं.’’
राहुल गांधी ने कर्नाटक में लिंगायत संप्रदाय की दीक्षा ली
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को यहां जिला मुख्यालय स्थित मुरुगा मठ के महंत से लिंगायत संप्रदाय की दीक्षा ली. इस मौके पर कांग्रेस के कई नेता भी मौजूद रहे. विभिन्न मठों के महंतों से परामर्श लेने के बाद मुरुगा मठ के महंत शिवमूर्ति मुरुगा शरण ने राहुल गांधी को लिंगायत संप्रदाय की दीक्षा दी.
बाद में राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘यह सम्मान की बात है कि श्री जगदगुरु मुरुगाराजेंद्र विद्यापीठ का दौरा किया और डॉ.श्री शिवमूर्ति मुरुगा शरणनारु से ‘‘ईस्टंिलग दीक्षा’’ली.’’ प्रभावशाली लिंगायत संप्रदाय की स्थापना 12वीं सदी के समाज सुधारक और कवि बसावेश्वरा ने की जिनके बड़ी संख्या में अनुयायी कर्नाटक और उससे सटे पड़ोसी राज्यों जैसे महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के इलाकों में हैं. कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री बसावराज बोम्मई और उनके पूर्ववर्ती बी.एस.येदियुरप्पा भी इसी संप्रदाय से ताल्लुक रखते हैं. इस संप्रदाय का विशेष तौर पर उत्तरी कर्नाटक में प्रभुत्व है.