राम मंदिर को धीरेंद्र शास्त्री ने बताया हिन्दुओं की सबसे बड़ी जीत, कहा- ‘राम राजनीति का विषय नहीं’
Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में भगवान राम मंदिर के उद्घाटन के लिए बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को भी निमंत्रण दिया गया है. धीरेंद्र शास्त्री ने इसे समस्त सनातियों की अब तक की सबसे बड़ी जीत बताया है.
उन्होंने कहा कि ये उत्सव दीपावली से बहुत ज्यादा है. उन्होंने कहा कि भगवान राम राजनीति का विषय नहीं है. राजनीति से धर्म नहीं बल्कि धर्म से राजनीति चलती है.
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “भगवान राम राजनीति का विषय नहीं है. धर्म से राजनीति चलती है, राजनीति से धर्म नहीं. भारत के लोग जगे हुए हैं. वोट अपनी मत के अनुसार दें. राष्ट्रहित में दें भारत विश्वगुरू कैसे बने, भारत का विकास कैसे हो अपने अनुसार वोट दें. राम राजनीति का विषय नहीं, राम की स्वयं की नीति है.. मर्यादा, एकता, संप्रभुता और राम जी स्वयं की नीति है विश्व में शांति है.. जो राजनीति की बात कर रहे हैं वो मूर्खता है.
दीपावली से भी बड़ा उत्सव
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘ये आज तक की समस्त सनातनियों की, सभी हिन्दुओं की सबसे बड़ी जीत है. ये उत्सव दीपावली से बहुत ज़्यादा ख़ास है, निश्चित ही कोई ऐसा अभागा होगा, जिसको इस दिन का इंतज़ार न हो. हमको तो है..रामभक्तों को भी है. केवल भारतीयों के लिए नहीं बल्कि भारतीय मूल के जितने भी अन्य देशों में रहने वाले लोग हैं उनको भी है.
धीरेंद्र शास्त्री बोले, हमारा यही कहना है कि उस दिन दीपावली मनाएं और उत्सव का उत्साह तो पूछिए ही मत.. प्रेम अत्यधिक होता है तो वाणी कम बोलती है.. आंखें ज़्यादा बोलती हैं. ठुमका लगाने को जी चाहता है..अयोध्या जी जाने को जी चाहता है.
मथुरा और ज्ञानवापी को लेकर कही ये बात
ज्ञानवापी और मथुरा में ईदगाह मस्जिद को लेकर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “ज्ञानवापी में शंकर हैं, कृष्ण जन्मभूमि कन्हैया की है. इसमें ज़्यादा कुछ कहने की जरुरत नहीं है. न्यायालय है इस देश में, न्याय प्रणाली है और वर्तमान में एएसआई के सर्वे में ये सिद्ध हो रहा है कि वहाँ पर सनातनियों का ही प्रभुत्व रहा है. सनातनियों का ही मंदिर है. किसी अन्य मजहबियों का नहीं. इस देश में मोहम्मद गौरी, अकबर-बाबर इन्होंने आक्रमण करके हमारे से देश के मंदिरों पर जो कुठाराघात किया उसके घाव भरे जा रहे हैं. भगवान की कृपा से देश में स्वर्णिम काल है.