कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की जानकारी लेते हुए अधिकारियों से कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीजों एवं उनके साथ आने वाले परिजनों को बेहतर सुविधा प्रदान की जाये। कलेक्टर श्री मांझी ने महिला वार्ड में साफ सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने मरीजों के परिजनों हेतु जिला अस्पताल में 50 बिस्तरीय कक्ष तथा गर्भवती माताओं को प्रसव पूर्व देखभाल हेतु कक्ष निर्मित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। इसके साथ ही उन्होंने जिला अस्पताल में पर्याप्त पेयजल, सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा। कलेक्टर ने जिला अस्पताल में आवश्यक ने मरम्मत कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने पोस्टमार्टम कक्ष के सामने दीवाल बनाने के साथ पेयजल और बैठक व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने अस्पताल में कचरा के निश्पादन प्रतिदिन करने के साथ अस्पताल परिसर को साफ सफाई रखने निर्देशित किया।
आगामी 7 मार्च को महतारी वंदन योजना के तहत् हितग्राहियों को योजना की प्रथम किस्त की राशि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा डीबीटी के माध्यम से भुगतान की जाएगी। उन्होंने इस कार्यक्रम की जानकारी लेते हुए संबंधित अधिकारी को आवश्यक व्यवस्था करने हेतु दिशा निर्देश दिये। कलेक्टर ने जानकारी देते हुए कहा कि नारायणपुर में आयोजित होने वाले माता मावली मेला को एक एतिहासिक मेला माना जाता है। इस माता मावली मेला का आयोजन 6 मार्च से 10 मार्च तक किया जाएगा। उन्होने मेले में आने वाले व्यक्तियों हेतु पेयजल, शौचालय, छाया, सुरक्षा, चिकित्सा व्यवस्था सहित जनसमस्या निवारण शिविर तथा सभी विभागों को योजनाओं से संबंधित स्टॉल लगाने तथा कार्यक्रम को गरिमामय रूप से आयोजन कराने हेतु आवश्यक दिशा निर्देेश दिये।
कलेक्टर श्री मांझी ने राजस्व, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, आदिवासी विकास विभाग, कृषि, महिला एवं बाल विकास, क्रेडा, विद्युत, पशुधन, वन सहित अन्य संबंधित विभागों के कार्यों का समीक्षा करते हुए सभी कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराने के निर्देश दिये। राजस्व विभाग के द्वारा सीमांकन, बटवारें और किसान किताब पत्र की मांग किये जाने पर परीक्षण कर वितरण कराना सुनिश्चित करें। उन्होने जिले में संचालित सभी आश्रम छात्रावासों और विद्यालयों के निर्माण कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। समय सीमा की बैठक में हैण्डपंप की मरम्मत, जाति प्रमाण पत्र, लोक सेवा केन्द्र की सेवाओं का सतत संचालित करने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
कलेक्टर ने जिला स्तरीय सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आश्रम छात्रावास और स्कूलों का नियमित रूप निरीक्षण करने के दौरान निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केन्द्र, उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा विद्यालय भवनों का अनिवार्य रूप से अवलोकन करें। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आकांक्षा शिक्षा खलखो, अपर कलेक्टर अभिशेक गुप्ता, संयुक्त कलेक्टर दीनदयाल मण्डावी, प्रदीप कुमार बैद्य, एसडीएम ओरछा अभयजीत मंडावी, डिप्टी कलेक्टर सुमित गर्ग सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।