बालासोर हादसे की शुरुआती जांच से सामने आई जानकारी के बाद पेशेवर एजेंसी से छानबीन कराने की जरूरत

नयी दिल्ली. बालासोर ट्रेन हादसे की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने को लेकर विपक्ष की आलोचना के बीच, सरकारी सूत्रों ने सोमवार को कहा कि प्रणाली में “जानबूझकर छेड़छाड़” की गई थी और शुरुआती जांच के दौरान सामने आई जानकारी के बाद एक पेशेवर एजेंसी से छानबीन कराने की जरूरत है.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को भीषण दुर्घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी, जिसमें 275 लोग मारे गए और 1200 से ज्यादा लोग घायल हो गए. जब रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) पहले से ही घटना की जांच कर रहे थे, तब सीबीआई से तफ्तीश कराने पर उठाए गए सवालों पर प्रतिक्रिया देते हुए, एक अधिकारी ने संकेत दिया कि प्रारंभिक जांच के बाद जो चीज.ें सामने आई हैं उसके मद्देनजर अधिक गहन छानबीन की जरूरत है.

उन्होंने कहा, ह्ल जांच के दौरान कई जानकारियां सामने आई हैं. विभिन्न प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराई गई हैं जिसके लिए एक पेशेवर जांच एजेंसी की जरूरत है.ह्व बालासोर में बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में प्रवेश करने के बाद वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी. इससे संकेत मिलता है कि ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ प्रणाली में कुछ मसला था जिस वजह से ट्रेन का मार्ग बदला और टक्कर हुई.

सूत्र ने कहा, ह्ल प्रणाली में जब तक जानबूझकर छेड़छाड़ न की जाए तब तक यह नामुमकिन है कि मेन लाइन के लिए तय किया मार्ग लूप लाइन की ओर मुड़ जाए.ह्व मंत्रालय ने पहले चालक की गलती या इंटरलॉकिंग प्रणाली में खराबी से इनकार करते हुए कहा था कि हादसे की सभी कोणों की जांच की जा रही है.

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