भारतीय सेना प्रमुख ने बांग्लादेशी समकक्ष से मुलाकात की, पारस्परिक हित के मुद्दों पर चर्चा की
ढाका. सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने सोमवार को यहां अपने बांग्लादेशी समकक्ष जनरल एस. एम. शफीउद्दीन अहमद से मुलाकात की तथा पारस्परिक हित के विभिन्न पहलुओं के साथ ही द्विपक्षीय रक्षा एवं सुरक्षा संबंधों को और विस्तार देने के तरीकों पर चर्चा की.
बांग्लादेश की दो दिवसीय यात्रा पर सोमवार को यहां पहुंचे जनरल पांडे की सेना प्रमुख के रूप में देश की यह दूसरी यात्रा है. उन्होंने सशस्त्र बल प्रभाग के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल वकार-उज.-जमां के साथ भी बातचीत की.
भारतीय सेना प्रमुख ने शीर्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर पिछले साल जुलाई में बांग्लादेश का दौरा किया था. अतिरिक्त महानिदेशालय जन सूचना ने एक ट्वीट में कहा, “सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल एस. एम. शफीउद्दीन और सशस्त्र बल प्रभाग के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल वकार-उज.-जमां से मुलाकात की तथा पारस्परिक हित के पहलुओं पर चर्चा की.” बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की मीडिया इकाई ‘द इंटर र्सिवसेज पब्लिक रिलेशंस डायरेक्टरेट’ (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि जनरल पांडे ने सेना मुख्यालय में बांग्लादेश के सेना प्रमुख से शिष्टाचार मुलाकात की और आमंत्रित करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया.
बयान में कहा गया कि दोनों सेना प्रमुखों ने दोनों देशों की प्रगति के लिए मौजूदा द्विपक्षीय संबंधों और भविष्य के सहयोग पर चर्चा की. इसमें कहा गया, “भारतीय सेना प्रमुख की यात्रा से बांग्लादेश और भारत के बीच संबंधों को बढ.ावा देने में महत्वपूर्ण मदद मिलने की उम्मीद है.” सेना प्रमुख ने शिखा अनिर्बान पर पुष्पांजलि भी अर्पित की और बांग्लादेश की मुक्ति के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने सेनाकुंजा में सलामी गारद का निरीक्षण किया और दोनों सेनाओं के बीच मित्रता की स्मृति में एक पौधा लगाया.
मंगलवार को, जनरल पांडे चट्टोग्राम में बांग्लादेश मिलिट्री एकेडमी (बीएमए) में 84वें ‘लॉन्ग कोर्स’ के ऑफिसर कैडेट की पासिंग आउट परेड (पीओपी) का निरीक्षण करेंगे. परेड के दौरान सेना प्रमुख मित्र देशों के सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट के लिए स्थापित ‘बांग्लादेश भारत मैत्री ट्रॉफी’ प्रदान करेंगे. पहली ट्रॉफी इस वर्ष तंजानिया के अधिकारी कैडेट एवर्टन को प्रदान की जा रही है. सेना ने एक बयान में कहा कि यह ट्रॉफी दिसंबर 2021 में भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून में स्थापित ‘बांग्लादेश ट्रॉफी और पदक’ का प्रतिरूप है.
सेना प्रमुख 10 जून को आईएमए, देहरादून में ‘पासिंग आउट परेड’ का निरीक्षण करेंगे और बांग्लादेश पदक एवं ट्रॉफी प्रदान करेंगे.
बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने इस साल अप्रैल में भारत की यात्रा की थी और चेन्नई में अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी में पीओपी का निरीक्षण किया था. भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि ऐसी पारस्परिक उच्चस्तरीय यात्राएं “दोनों पक्षों को भारत और बांग्लादेश के सशस्त्र बलों के बीच मौजूद दोस्ती और भाईचारे के संबंधों के करीबी बंधन को नवीनीकृत करने का अवसर प्रदान करती हैं.”