क्या करें Paytm FASTag का, पोर्ट हो जाएगा या करना पड़ेगा डी-एक्टिवेट?
नई दिल्ली. 2016 में हुई नोटबंदी के बाद पेटीएम मानो जीवन का एक हिस्सा बन गया था. लोगों ने छोटी-बड़ी पेमेंट्स से लेकर फास्टैग तक के लिए पेटीएम का भरपूर इस्तेमाल किया. ज्यादातर गाड़ियों पर पेटीएम द्वारा जारी किया गया फास्टैग लगा मिलता है, जोकि पेटीएम अकाउंट से लिंक होता है.
पेटीएम का जीवन में इतना अधिक उतर जाने के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPBL) पर रेगुलेटरी एक्शन लिया है. इस एक्शन से पेटीएम की फास्टैग (FASTag) समेत तमाम सेवाएं प्रभावित होंगी. ऐसे में जिनके पास फास्टैग है, उनका क्या होगा? क्या फास्टैग को पोर्ट किया जा सकता है या फिर उसे डी-एक्टिवेट ही करना होगा. इसके अलावा एक महत्वपूर्ण सवाल है कि दूसरे फास्टैग पर कैसे स्विच करें? इस खबर में आपके तमाम सवालों का जवाब दिया गया है.
बता दें कि आरबीआई ने पेटीएम कंपनी को 29 फरवरी के बाद किसी की ग्राहक की ओर से कोई नया टॉप-अप या डिपॉजिट लेने से रोका है, जिसमें वालेट्स, फास्टैग भी शामिल हैं. समाचार एजेंसी भाषा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आरबीआई ने 31 जनवरी को आदेश दिया कि पीपीबीएल को 29 फरवरी के बाद ग्राहकों के अकाउंट्स, वॉलेट, फास्टैग और अन्य उत्पादों में जमा या ‘टॉप-अप ‘स्वीकार करना बंद करना होगा. ग्राहकों को बचत बैंक खाते, चालू खाते, प्रीपेड उत्पाद, फास्टैग और ‘नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड’ सहित अन्य खातों से शेष राशि की उपलब्धता तक उसके उपयोग की अनुमति दी गयी है.
क्या होगा पेटीएम फास्टैग का?
यदि आपके पास पेटीएम फास्टैग है तो आपको यह समझ लेना चाहिए कि फास्टैग पर रोक नहीं लगाई गई है. यह रोक ग्राहकों की नई पेमेंट जमा कराने पर है. ऐसे में जिनके पास फास्टैग हैं, वे तब तक लगातार काम करते रहेंगे, जब तक कि उनमें बैलेंस बाकी है. इसमें तारीख (29 फरवरी तक) की कोई बाध्यता नहीं है.
फास्टैग डी-एक्टिवेट करना हो तो क्या करें?
चूंकि, पेटीएम पर RBI ने कड़ा एक्शन लिया है तो कुछ यूजर्स के बीच यह भावना भी है कि कहीं फास्टैग को ही बैन कर दिया गया तो क्या होगा? ऐसे में वे इसे डी-एक्टिवेट करने के तरीके खोज रहे हैं. तो चलिए आपको इसे डी-एक्टिवेट करने का तरीका भी यहां बता देते हैं. ध्यान रखें कि एक बार डी-एक्टिवेट हो जाने के बाद आप उसी फास्टैग को फिर से एक्टिवेट नहीं कर पाएंगे.
- फास्टैग पेटीएम पोर्टल पर लॉगिन करें. इसमें आपको यूजर आईडी / वॉलेट आईडी और पासवर्ड डालना होगा.
- अब फास्टैग नंबर, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, और वेरिफिकेशन के लिए मांगी कई बाकी डिटेल दर्ज करनी होगी.
- पेज को स्क्रॉल करके नीचे की तरफ जाएं, और ‘Help & Support’ ऑप्शन पर क्लिक करें.
- अब ‘Need help with non-order related queries?’ पर टैप करें.
- इसके बाद ‘Queries related to updating FASTag profile’ विकल्प को चुनें.
- यहां आपको ‘I want to close my FASTag’ विकल्प को चुनना होगा और इसके आगे के स्टेप्स को फॉलो करना होगा.
क्या पोर्ट भी हो सकता है फास्टैग?
कई बड़े बैंक भी फास्टैग मुहैया कराते हैं. इनमें एचडीएफसी बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, आईसीआईआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, इक्विटास फास्टैग रीचार्ज, फेडरल बैंक, आईडीबीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, इक्विटास स्माल फाइनेंस बैंक, साउथ इंडियन बैंक शामिल हैं. सवाल है कि क्या एक एक यूजर फास्टैग को पोर्ट करवा सकता है? तो इसका जवाब है हां. आप अपने पेटीएम फास्टैग को कि दूसरे बैंक में पोर्ट करवा सकते हैं. ऐसे में यदि आपको डर है कि पेटीएम फास्टैग बैन हो जाएगा तो आपके पास पोर्ट कराने का विकल्प भी है. पोर्ट के लिए आपको निम्नलिखित स्टेप फॉलो करने होंगे-
- पेटीएम से फास्टैग को दूसरे बैंक में पोर्ट करने के लिए सबसे पहले उस बैंक के कस्टमर केयर पर कॉल करें, जहां आपको पोर्ट करवाना है.
- कस्टमर केयर रिप्रेजेंटेटिव को पूरी जानकारी दें, जिसमें आपका पोर्ट नंबर, नाम इत्यादी शामिल होगा.
- इसके कुछ समय बाद आपका फास्टैग दूसरे बैंक में पोर्ट हो जाएगा.
स्विच करना हो फास्टैग तो कैसे करें?
यदि आप पेटीएम फास्टैग को बंद करके दूसरे बैंक में जाना चाहते हैं तो आपको दो काम करने होंगे. पहला तो यह कि पेटीएम फास्टैग को बंद करना होगा. बंद करने के लिए हम आपको ऊपर बता ही चुके हैं (फास्टैग डी-एक्टिवेट करना हो तो क्या करें?). एक बार डी-एक्टिवेट करने के बाद आप नए बैंक से फास्टैग ले सकते हैं.