बीजिंग के वफादार जॉन ली हांगकांग के अगले नेता निर्वाचित
हांगकांग. हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन पर कार्रवाई पर नजर रखने वाले कट्टरपंथी सुरक्षा प्रमुख जॉन ली को रविवार को शहर का अगला नेता चुना गया है. हांगकांग की चुनाव समिति ने रविवार को हुए चुनाव में जॉन ली को हांगकांग के अगले मुख्य कार्यकारी के रूप में चुना. चुनाव समिति में करीब 1,500 सदस्य शामिल हैं, जिसमें से अधिकतर चीन समर्थक हैं. ली इस चुनाव में शामिल इकलौते उम्मीदवार थे और उन्हें समिति के सभी 1,500 सदस्यों में से ज्यादातर यानी 99 फीसदी से अधिक ने वोट दिया.
ली एक जुलाई को मौजूदा नेता कैरी लैम की जगह लेंगे. लैम के पांच साल के कार्यकाल में उनके इस्तीफे की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन हुए, प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की गयी और हाल में कोविड-19 महामानी ने स्वास्थ्य प्रणाली को ध्वस्त कर दिया. इन घटनाओं ने अंतरराष्ट्रीय कारोबारी हब के तौर पर हांगकांग की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है.
ली ने अपने विजयी भाषण में कहा, ‘‘मैं हम सभी के एक साथ मिलकर नया अध्याय शुरू करने, ऐसा हांगकांग बनाने के लिए उत्साहित हूं जो सभी की देखभाल करता हो, मुक्त और जीवंत हो और एक ऐसा हांगकांग बनाना चाहता हूं जहां अवसरों और तालमेल की कोई कमी न हो.’’ लैम ने एक बयान में ली को बधाई दी और कहा कि वह चुनाव नतीजे बींिजग को सौंपेंगी.
साल 2021 में हांगकांग के चुनावी कानूनों में बड़े बदलाव किए गए थे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल बींिजग के प्रति वफादार ‘‘देशभक्त’’ को ही शहर की कमान मिले. हांगकांग में विधायिका को भी पुनर्गठित किया गया था, ताकि विपक्ष की आवाज दबाई जा सके. ली को मुख्य कार्यकारी पद के चुनाव में 1,416 वोट मिले, जो जीत के लिए जरूरी 751 मतों से कहीं अधिक हैं. चुनाव समिति के 97 प्रतिशत से अधिक सदस्यों ने रविवार सुबह गुप्त मतदान में अपना वोट डाला.
चाइनीज यूनिर्विसटी में वरिष्ठ व्याख्याता इवान चॉय ने कहा कि विरोध न होने के कारण ली का कार्यकाल लैम के मुकाबले आसान होने की संभावना है. हांगकांग में चीनी सरकार के संपर्क कार्यालय ने भी ली को बधाई दी और कहा कि चुनाव ‘‘कानून और नियमों के अनुसार निष्पक्ष और व्यवस्थित तरीके से कराया गया.’’ रविवार सुबह एक स्थानीय कार्यकर्ता समूह ‘लीग आॅफ सोशल डेमोक्रेट्स’ के तीन सदस्यों ने सार्वभौमिक मताधिकार की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. उन्होंने चुनाव स्थल की तरफ मार्च करने का प्रयास कर चुनाव को लेकर विरोध भी जताया.
पुलिस के आने से पहले एक प्रदर्शनकारी राहगीरों को पर्चे बांट रहा था. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के सामान की तलाशी ली और उनके व्यक्तिगत विवरण भी निकाले, हालांकि तत्काल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई. हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक खेमा लंबे समय से सार्वभौमिक मताधिकार की मांग कर रहा है. वर्ष 2014 की ‘अम्ब्रेला क्रांति’ और 2019 के सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान भी यह एक प्रमुख मांग थी.
हांगकांग के भावी नेता के रूप में ली ने ंिचता जताई थी कि चीन हांगकांग पर अपनी पकड़ और मजबूत कर सकता है. उन्होंने सिविल सेवा के अपने करियर का ज्यादातर समय पुलिस व सुरक्षा ब्यूरो में बिताया है और वह 2020 में हांगकांग पर लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के कट्टर समर्थक हैं, जिसका उद्देश्य असंतोष को खत्म करना है.
अपने चुनाव प्रचार अभियान में ली ने सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए लंबे समय से लंबित स्थानीय कानून को लागू करने का वादा किया था और दुनिया के सबसे महंगे रियल इस्टेट बाजार में आवास की आपूर्ति बढ़ाने का संकल्प जताया था. उन्होंने यह भी कहा था कि वह हांगकांग की प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार करेंगे और इसके विकास के लिए एक मजबूत नींव रखेंगे.