राकांपा शरद पवार को औरंगजेब बताने वाले ट्वीट को लेकर भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन करेगी

औरंगजेब व टीपू सुल्तान के पोस्टर को लेकर हिंसा पर पवार ने कहा : यह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं

मुंबई/पुणे. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व लोकसभा सदस्य नीलेश राणा द्वारा शरद पवार को औरंगजेब बताते हुए किये गये ट्वीट के विरूद्ध वह ‘जेल भरो आंदोलन’ चलायेगी. राकांपा प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि राणे को 24 घंटे के अंदर यह ट्वीट हटा देना चाहिए जबकि भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि वे राणे की बात से सहमत हैं या नहीं.

उन्होंने कहा कि भाजपा और राणे को इस ट्वीट को लेकर महाराष्ट्र के लोगों से माफी मांगनी चाहिए . उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी शुक्रवार को 11 बजे दक्षिण मुंबई के एमआरए मार्ग थाने में ‘जेल भरो आंदोलन’ करेगी. तापसे ने कहा कि एकतरफ पवार को सिंधुदुर्ग में नारायण राणे के अस्पताल का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया जाता है जबकि दूसरी तरफ उनके बेटे नीलेश राणे राकांपा प्रमुख को औरंगजेब बताते हैं. उन्होंने कहा कि नीलेश राणे ने लोगों का ध्रुवीकरण करने की चेष्टा की है. अन्य राकांपा प्रवक्ता क्लाउड क्रास्टो ने ट्विटर से इस ‘दुर्भावनापूर्ण’ ट्वीट को लेकर कार्रवाई की मांग की है.

औरंगजेब व टीपू सुल्तान के पोस्टर को लेकर हिंसा पर पवार ने कहा : यह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि मुगल बादशाह औरंगजेब और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का कथित तौर पर महिमामंडन करने वाले पोस्टर और सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कोल्हापुर और कुछ अन्य स्थानों पर हुई हिंसा महाराष्ट्र की संस्कृति के अनुरूप नहीं है.

पुणे से करीब 285 किलोमीटर दूर कोल्हापुर में मंगलवार को उस वक्त तनाव फैल गया जब कुछ लोगों ने 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की तस्वीर और एक आपत्तिजनक ऑडियो संदेश को कथित तौर पर अपने सोशल मीडिया ‘स्टेटस’ के रूप में रखा. इसके अगले दिन दक्षिणपंथी संगठनों ने शिवाजी चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस को पथराव और हिंसा पर काबू के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन हुआ. हिंसा की विभिन्न घटनाओं को लेकर 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया.

पवार ने बारामती में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, “जहां ऐसी घटनाएं हुई हैं, वहां एवं राज्य के लोगों को शांति बनाए रखनी चाहिए. दो-तीन स्थानों पर जो कुछ भी हुआ, वह महाराष्ट्र की संस्कृति के अनुरूप नहीं है. महाराष्ट्र एक शांति प्रिय राज्य है, और यहां के लोगों में कानून को अपने हाथ में लेने की प्रवृत्ति नहीं है.”

राकांपा प्रमुख ने कहा, “मैं उन लोगों से भी कहना चाहता हूं जो जानबूझकर विवाद पैदा करने की कोशिश करते हैं और जिसकी कीमत आम लोगों को चुकानी पड़ती है. मैं अपील करता हूं कि आम लोगों की भलाई के लिए सुनिश्चित करें कि ऐसी चीजें नहीं हों. लोगों को पुलिस के साथ पूरा सहयोग करना चाहिए.” उन्होंने कहा कि कोल्हापुर का एक समृद्ध इतिहास रहा है और छत्रपति साहू महाराज एवं ताराबाई के महान आदर्शों को याद करके शांति स्थापित करनी चाहिए. पवार ने कहा, “आम लोगों के हितों की रक्षा होनी चाहिए. मुझे विश्वास है कि अगर ज्यादातर लोगों और राज्य सरकार द्वारा विवेकपूर्ण दृष्टिकोण अपनाया गया तो स्थिति बदल जाएगी. मुझे यकीन है कि यह तस्वीर बदलेगी.”

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