जडेजा के पांच विकेट से ऑस्ट्रेलिया 177 रन पर सिमटा, भारत के एक विकेट पर 77 रन
नागपुर. चोट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे रंिवद्र जडेजा के पांच विकेट से भारत ने पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन गुरुवार को यहां आॅस्ट्रेलिया को 177 रन पर समेटने के बाद एक विकेट पर 77 रन बनाकर अपना पलड़ा भारी रखा.
दिन का खेल खत्म होने पर कप्तान रोहित शर्मा (नाबाद 56) क्रीज पर डटे हुए थे. दूसरे छोर पर रविचंद्रन अश्विन उनका साथ निभा रहे हैं जिन्होंने अभी खाता नहीं खोला है. भारत ने एकमात्र विकेट लोकेश राहुल (20) का गंवाया जो कप्तान के साथ पहले विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी करने के बाद दिन के अंतिम लम्हों में ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी (13 रन पर एक विकेट) को उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे. रोहित 69 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके और एक छक्का जड़ चुके हैं.
भारत अब ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के 177 रन से 100 रन पीछे है जबकि उसके नौ विकेट शेष हैं और मेजबान टीम की नजरें पहली पारी के आधार पर बड़ी बढ़त हासिल करने पर टिकी होंगी क्योंकि धैर्य के साथ खेलने पर पिच पर बल्लेबाजी करना मुश्किल नहीं है.
घुटने की चोट के बाद वापसी कर रहे जडेजा (47 रन पर पांच विकेट) ने 11वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को काफी परेशान किया. उन्हें ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (42 रन पर तीन विकेट) का अच्छा साथ मिला.
ऑस्ट्रेलिया को मार्नस लाबुशेन (49) और स्टीव स्मिथ (37) ने तीसरे विकेट के लिए 82 रन जोड़कर पहले सत्र में अच्छी वापसी दिलाई थी लेकिन इस जोड़ी के टूटने के बाद एलेक्स कैरी (36) और पीटर हैंड्सकॉम्ब (31) ही भारतीय स्पिनरों के सामने कुछ देर टिक पाए. कैरी और हैंड्सकॉम्ब ने छठे विकेट के लिए 53 रन की तेज साझेदारी भी की. भारत को कप्तान रोहित और राहुल की जोड़ी ने सतर्क शुरुआत दिलाई. रोहित शुरू से ही अच्छी लय में दिखे जबकि राहुल ने रक्षात्मक रवैया अपनाया.
रोहित ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कंिमस के पारी के पहले ही ओवर में तीन चौके मारे और फिर उनके तीसरे ओवर में दो और चौके जड़े. रोहित ने नाथन लियोन पर पारी का पहला छक्का जड़ा और फिर इस ऑफ स्पिनर की गेंद पर एक रन के साथ 16वें ओवर में भारत के रनों का अर्धशतक पूरा किया. राहुल हालांकि 71 गेंद खेलकर पदार्पण कर रहे मर्फी की गेंद पर उन्हीं को कैच दे बैठे.
इससे पहले लाबुशेन के अलावा ऑस्ट्रेलिया के अधिकतर बल्लेबाज या तो खराब शॉट खेलकर आउट हुए या फिर गेंद की लाइन को समझने में चूक गए. लाबुशेन जडेजा की तेजी से स्पिन होती गेंद को खेलने की कोशिश में क्रीज से आगे निकल आए और पदार्पण कर रहे विकेटकीपर श्रीकर भरत ने उन्हें स्टंप करने में कोई गलती नहीं की. उन्होंने 123 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके मारे.
लाबुशेन के आउट होने के बाद जडेजा बल्लेबाजों पर हावी हो गए. स्मिथ ने अक्षर पटेल पर तीन चौके मारे लेकिन जडेजा की आर्म बॉल को चूककर बोल्ड हो गए. जडेजा ने इसके बाद मैट रेनशॉ (00) को पहली गेंद पर पगबाधा करके आॅस्ट्रेलिया का स्कोर दो विकेट पर 84 रन से पांच विकेट पर 109 रन किया.
कैरी और हैंड्सकॉम्ब ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाया विशेषकर विकेटकीपर बल्लेबाज कैरी ने. कैरी ने रिवर्स स्वीप से कुछ अच्छी बाउंड्री लगाई लेकिन अश्विन की गेंद पर इसी शॉट को दोहराने की कोशिश में गेंद को विकेटों पर खेल गए. अश्विन ने कप्तान पैट कंिमस (06) को स्लिप में कोहली के हाथों कैच कराया जबकि जडेजा ने पदार्पण कर रहे टॉड मर्फी (00) को पगबाधा करके ऑस्ट्रेलिया को आठवां झटका दिया.
दिन के अंतिम सत्र के तीसरे ही ओवर में जडेजा ने हैंड्सकॉम्ब को पगबाधा करके पांचवां विकेट हासिल किया जबकि अगले ओवर में अश्विन ने स्कॉट बोलैंड (01) को बोल्ड करके आॅस्ट्रेलिया की पारी का अंत किया. चौथी पारी में बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा और इसी को देखते हुए कंिमस ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. मोहम्मद शमी (18 रन पर एक विकेट) और मोहम्मद सिराज (30 रन पर एक विकेट) ने सलामी बल्लेबाजों उस्मान ख्वाजा (01) और डेविड वार्नर (01) को जल्दी पवेलियन भेजा लेकिन लाबुशेन और स्मिथ ने बाकी बचे पहले सत्र में जडेजा, अक्षर और अश्विन की स्पिन तिकड़ी को हावी नहीं होने दिया.
मैच से पहले ‘विकेट से छेड़छाड़’ को लेकर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के सारे दावे फुस्स साबित हुए क्योंकि वीसीए स्टेडियम की पिच भारत की सामान्य सूखी पिच लग रही है जिस पर दूसरे दिन के बाद से स्पिनरों को काफी मदद मिलती है. विकेट से स्पिनरों को टर्न मिल रहा है लेकिन भारतीय पिचों पर यह सामान्य बात है. स्मिथ और लाबुशेन ने हालांकि अपनी मजबूत तकनीक का नजारा पेश करते हुए भारतीय स्पिनरों का डटकर सामना किया.
सिराज ने दूसरे ओवर में मैच की अपनी पहली ही गेंद पर ख्वाजा को पगबाधा किया. मैदानी अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया था लेकिन डीआरएस लेने पर फैसला भारत के पक्ष में गया. शमी ने अगले ओवर में बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए अंदर आती गेंद पर वार्नर को बोल्ड किया. भारत नियंत्रण में दिख रहा था लेकिन इसके बाद दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज लाबुशेन ने मोर्चा संभाला और कुछ आकर्षक शॉट खेले. उन्होंने लेट कट से अक्षर पर चौका जड़ने के बाद अश्विन की गेंद पर कवर ड्राइव से चार रन बटोरे.