भारतीयों का मानना है कि सभी अंतरराष्ट्रीय विवादों का हल बातचीत के जरिए हो : ओम बिरला
गुवाहाटी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को कहा कि भारतीय सांस्कृतिक लोकाचार दुनिया को एक वैश्विक परिवार के तौर पर देखता है और भारतीयों का मानना है कि सभी अंतरराष्ट्रीय विवादों का समाधान बातचीत के जरिए किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए लंबित मुद्दों का हल करने के वास्ते अन्य देशों के साथ नियमित तौर पर वार्ता करता है. यहां राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) की कार्यकारी समिति की बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा, ‘‘हमारा भारतीय सांस्कृतिक लोकाचार दुनिया को एक वैश्विक परिवार के तौर पर देखता है. हमारा मानना है कि सभी अंतरराष्ट्रीय समस्याओं को बातचीत के जरिए हल किया जाना चाहिए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘विकास के लिए शांति और स्थिरता आवश्यक है. इसलिए भारत लंबित मुद्दों को हल करने के लिए अन्य देशों के साथ नियमित तौर पर वार्ता करता है.’’बिरला ने उम्मीद जताई कि दो दिवसीय बैठक के दौरान विचार-विमर्श से सदस्य देशों को अपने-अपने देशों में लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि भारत अपनी लोकतांत्रिक परंपराओं को आगे ले जा रहा है और चुनाव प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर मतदाताओं की भागीदारी बढ़ा रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘गांव स्तर के निकायों से लेकर संसद तक हमारी सभी स्तरों पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, जिसमें 90 करोड़ मतदाता भाग लेते हैं…भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है.’’ लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि देश में विविधता ने इसके लोकतंत्र को मजबूत किया है जबकि कोविड-19 महामारी ने दुनिया को एक साथ मिलकर समस्याओं से लड़ना सिखाया है.