भारत को पहली पारी में 296 रन पर समेटने के बाद ऑस्ट्रेलिया की सधी शुरुआत
लंदन. अजिंक्य रहाणे (89) और शारदुल ठाकुर (51) की अर्धशतकीय पारियों और दोनों के बीच सातवें विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी से भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के तीसरी दिन फॉलोऑन बचाया.
भारत को पहली पारी में 296 रन पर समेटने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने चाय के विश्राम तक अपनी दूसरी पारी में एक विकेट पर 23 रन बना लिये. ऑस्ट्रेलिया की कुल बढ.त 196 रन की हो गयी और चाय के विश्राम के समय उस्मान ख्वाजा 13 और मार्नस लाबुशेन आठ रन बनाकर खेल रहे थे.
लंच के बाद दूसरे ओवर में ही कप्तान पैट कमिंस की गेंद पर कैमरून ग्रीन ने शानदार कैच लपककर रहाणे की यादगार पारी को खत्म किया. उन्होंने 129 गेंद में 11 चौके और एक छक्का लगाया. दूसरे छोर से शारदुल ने बेहतरीन तरीके से उनका साथ निभाया.
रहाणे के बाद कमिंस ने उमेश यादव (पांच) को बोल्ड कर तीसरी सफलता हासिल की. क्रीज पर आये मोहम्मद शमी ने अगले ओवर में स्कॉट बोलैंड के खिलाफ दो चौके लगाये. शारदुल ने इसके बाद कमिंस की गेंद पर दर्शनीय स्ट्रेट ड्राइव और कवर ड्राइव पर चौके लगाकर 108 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया.
वह हालांकि अपनी पारी को ज्यादा आगे नहीं बढ.ा पाये और ग्रीन की गेंद पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी को आउट कराया. मिशेल स्टार्क ने शमी (13) को विकेट के पीछे लपकवा कर भारत की पारी को खत्म किया. इस तरह लंच के विश्राम तक छह विकेट पर 260 रन बनाने वाली भारतीय टीम ने दूसरे सत्र में महज 36 रन जोड़ के बाकी के चारों विकेट गंवा दिये. मोहम्मद सिराज ने दूसरी पारी में भी शानदार गेंदबाजी की. उन्होंने चौथे ओवर में डेविड वार्नर को चलता करने के बाद दो बार मार्नुस लाबुशेन को छकाया. दोनों बार गेंद लाबुशेन के शरीर पर लगी.
भारत ने दिन की शुरुआत पांच विकेट पर 151 रन से आगे से की और पहले सत्र में उसे इकलौता झटका श्रीकर भरत (पांच रन) के रूप में लगा. भरत बीते दिन के अपने स्कोर में कोई इजाफा किये बिना दिन की दूसरी गेंद पर स्कॉट बोलैंड का दूसरा शिकार बने. रहाणे और शारदुल ने इसके बाद मजबूत जज्बे से बल्लेबाजी की . दोनों को तीन जीवनदान भी मिले लेकिन शुरुआती आधे घंटे के खेल में कप्तान पैट कमिंस और बोलैंड की शानदार गेंदबाजी के सामने दोनों को कई बार चोटिल हुए.
बोलैंड की गेंद पर तीसरे स्लिप में उस्मान ख्वाजा ने शारदुल का आसान कैच टपका दिया. इस गेंदबाज के अगले ओवर में गेंद ने शारदुल के बल्ले का किनारा लिया लेकिन यह स्लिप के क्षेत्ररक्षकों के दूर से चौके के लिए चली गयी. भारतीय पारी के 42वें ओवर में कमिंस की गेंद पर शारदुल दो बार चोटिल हुए. दोनों बार गेंद उनके दायें हाथ पर लगी और टीम के फिजियो को मैदान पर आना पड़ा.
ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज इस समय भारतीय बल्लेबाजों को रन बनाने का कोई मौका नहीं दे रहे थे लेकिन दूसरे छोर से संभल कर बल्लेबाजी कर रहे रहाणे ने बोलैंड की गेंद पर गली और प्वाइंट के क्षेत्ररक्षकों के बीच से आत्मविश्वास से भरा चौका जड़कर दबाव कम किया.
पारी के 44वें ओवर में कमिंस की गेंद पर कैमरून ग्रीन ने गली क्षेत्र में शारदुल का कैच टपकाया और इस बल्लेबाज को दूसरा जीवनदान दिया. रहाणे ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के अगले ओवर में चौका और फिर शानदार हुक शॉट पर छक्का लगाकर 92 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा कर टीम में वापसी का जश्न मनाया. उन्होंने ग्रीन के खिलाफ स्लिप के ऊपर से चौका जड़कर शारदुल के साथ अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की और फिर दिलकश कवर ड्राइव पर गेंद को बाउंड्री के पार भेजा .
रहाणे के इन करारे प्रहार का असर शारदुल की बल्लेबाजी पर भी दिखा और उन्होंने स्टार्क के खिलाफ कवर क्षेत्र में जोरदार चौका जड़ा.
ऑस्ट्रेलिया ने इसके बाद शारदुल को ज्यादा बल्लेबाजी कराने की रणनीति बनायी जिससे रहाणे को आसानी से एक-एक दौडकर लेने का मौका मिला. ठाकुर ने हालांकि 50वें और 54वें ओवर में स्टार्क के खिलाफ चौके लगाकर उनकी रणनीति को विफल कर दिया.
इस दौरान रहाणे ने 55वें ओवर में ग्रीन की गेंद पर दो रन लेकर टेस्ट क्रिकेट में 5000 रन पूरे करने वाले 13वें भारतीय बने. इस पारी से पहले उनके नाम 82 टेस्ट में 4931 रन थे.
अगले ओवर में गेंदबाजी के लिए आयें कमिंस की गेंद पर पहले स्लिप में डेविड वार्नर से रहाणे का कैच छूट गया. लगातार 18 ओवर तक तेज गेंदबाजों से गेंदबाजी करने के बाद कमिंस ने विकेट की तलाश में नाथन लियोन को गेंद थमाई और रहाणे ने चौके के साथ उनका स्वागत किया.
अगले ओवर में शारदुल ने शानदार फ्लिक लगाकर चौका जड़ा. रहाणे ने 59वें ओवर में लियोन की दूसरी गेंद पर साथ एक रन लेकर टीम के स्कोर को 250 तक पहुंलंचा. उन्होंने चौथी गेंद पर बैकफुट पंच पर चौका जड़ शारदुल के साथ शतकीय साझेदारी पूरी करने के बाद ओवर का समापन भी इसी अंदाज में किया. कमिंस की शारदुल ठाकुर के खिलाफ पगबाधा की अपील पर मैदान अंपायर ने उंगली उठा दी लेकिन भारतीय बल्लेबाज ने रिव्यू लेने का फैसला किया और टीवी रीप्ले के बाद इसे नो बॉल करार दिया गया.