ख्वाजा और ग्रीन ने ऑस्ट्रेलिया को 480 रन तक पहुंचाया, भारत के बिना विकेट खोए 36 रन
अहमदाबाद. उस्मान ख्वाजा दोहरे शतक से चूक गए लेकिन पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ने वाले कैमरन ग्रीन के साथ उनकी 208 रन की साझेदारी से आॅस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन पहली पारी में 480 रन बनाए. भारत ने इसके बाद सतर्क शुरुआत करते हुए 10 ओवर में बिना विकेट खोए 36 रन बनाए. दिन का खेल खत्म होने पर शुभमन गिल 18 रन जबकि कप्तान रोहित शर्मा 17 रन बनाकर खेल रहे थे.
भारतीय टीम आॅस्ट्रेलिया के पहली पारी के 480 रन से 444 रन पीछे है जबकि उसके सभी 10 विकेट शेष हैं. मैच में भारत की संभावनाओं के लिहाज से कल तीसरा दिन काफी महत्वपूर्ण होने वाला है. इससे पहले ख्वाजा ने 422 गेंद में 21 चौकों की मदद से 180 रन की पारी खेली. उन्होंने अंगुली की सर्जरी के कारण पहले दो टेस्ट में नहीं खेलने वाले ग्रीन के साथ पांचवें विकेट के लिए 208 रन जोड़े जिन्होंने 170 गेंद में 18 चौकों से 114 रन बनाए.
टॉड मर्फी (41) और नाथन लियोन (34) ने नौवें विकेट के लिए 70 रन जोड़कर भारत की मुसीबत बढ़ाई. मर्फी का प्रथम श्रेणी क्रिकेट में यह शीर्ष स्कोर है. भारत की ओर से आॅफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (91 रन पर छह विकेट) ने करियर में 32वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाए. मोहम्मद शमी ने 134 रन देकर दो विकेट हासिल किए.
उमेश यादव ने निराश किया. उन्होंने 25 ओवर में 105 रन खर्च किए लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला. रंिवद्र जडेजा (89 रन पर एक विकेट) और अक्षर पटेल (47 रन पर एक विकेट) ने एक-एक विकेट चटकाया. भारतीय गेंदबाजों के दिन के पहले सत्र में विकेट चटकाने में नाकाम रहने के बाद अश्विन ने दूसरे सत्र में तीन और तीसरे सत्र में दो विकेट चटकाकर आॅस्ट्रेलिया की पारी को समेटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
दूसरे सत्र में आॅस्ट्रेलिया की टीम 62 रन ही बना सकी और उसने इस बीच तीन विकेट गंवाए. ग्रीन ने जडेजा की गेंद को कवर प्वाइंट से चार रन के लिए भेजकर 143 गेंद में करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया. ग्रीन हालांकि शतक पूरा करने के बाद अश्विन की लेग साइड से बाहर जाती गेंद को खेलने की कोशिश में विकेटकीपर श्रीकर भरत को कैच दे बैठे. लगभग 60 ओवर तक पैड बांधकर अपनी पारी का इंतजार कर रहे एलेक्स कैरी (00) अश्विन के इसी ओवर में बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में शॉर्ट थर्ड मैन पर अक्षर पटेल के हाथों लपके गए.
मिशेल स्टार्क भी छह रन बनाने के बाद अश्विन की गेंद पर श्रेयस अय्यर को कैच देकर पवेलियन लौटे. ख्वाजा और लियोन ने हालांकि चाय तक टीम को और झटके नहीं लगने दिए. चाय के बाद पहली ही गेंद पर अक्षर ने ख्वाजा को पगबाधा करके उनका पहला दोहरा शतक जड़ने का सपना तोड़ दिया. मैदानी अंपायर ने ख्वाजा को नॉटआउट करार दिया था लेकिन डीआरएस का सहारा लेने पर दिखा कि गेंद विकेटों से टकरा रही थी और अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा. ख्वाजा की यह पारी आॅस्ट्रेलिया के किसी बल्लेबाजी की भारत में तीसरी सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत पारी है.
भारतीय गेंदबाजों को अंतिम दो विकेट जल्दी चटकाने की उम्मीद थी लेकिन लियोन और मर्फी ने उन्हें हताश किया. दोनों 19 ओवर से अधिक समय तक क्रीज पर डटे रहे. भारत ने तीसरी नई गेंद ली तो लियोन ने शमी के ओवर में तीन चौके मारे. अश्विन ने अंतत: मर्फी को पगबाधा करके इस साझेदारी को तोड़ा और पारी का अपना पांचवां विकेट हासिल किया. उन्होंने अपने अगले ओवर में लियोन को स्लिप में विराट कोहली के हाथों कैच कराके आॅस्ट्रेलिया की पारी का अंत किया.
इससे पहले आॅस्ट्रेलिया ने दिन की शुरुआत चार विकेट पर 255 रन से की. टीम ने सुबह के सत्र में 92 रन जोड़े. अब तक बल्लेबाजी के लिए अनुकूल रही पिच पर भारतीय गेंदबाजों को सुबह के सत्र में विकेट हासिल करने के लिए जूझना पड़ा. ख्वाजा और ग्रीन भारतीय गेंदबाजों पर दबदबा बनाने में सफल रहे.
पहले दिन के खेल के अंतिम लम्हों में दूसरी नई गेंद से काफी रन लुटाने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सुबह के सत्र में रन रोकने को तरजीह दी. बाउंड्री रोकने के लिए उन्होंने डीप प्वाइंट, डीप स्क्वायर लेग और डीप फाइन लेग लगाया. ख्वाजा और ग्रीन को हालांकि रन बनाने में अधिक परेशानी नहीं हुई. उमेश के खिलाफ बल्लेबाजों ने लगातार दूसरे दिन आसानी से रन बटोरे. ग्रीन ने उनके एक ओवर में तीन चौके मारे जबकि शमी के लंच से पहले के आखिरी ओवर में भी दो चौके जड़े. ख्वाजा ने इस बीच शमी पर चौके के साथ 346 गेंद में 150 रन पूरे किए.