सिब्बल का तंज : अब पीड़ितों को शोषण की घटना को रिकॉर्ड करने के लिए तैयार रहना चाहिए
नयी दिल्ली. राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दो महिला पहलवानों से कथित तौर पर फोटो, ऑडियो और वीडियो सबूत मांगने को लेकर दिल्ली पुलिस पर रविवार को तंज कसा.
उन्होंने कहा कि अब पीड़ितों को यौन उत्पीड़न की तस्वीर खींचने और किसी से उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार को कैमरे में रिकॉर्ड कराने के लिए तैयार रहना चाहिए. वरिष्ठ अधिवक्ता सिब्बल मामले में उच्चतम न्यायालय में प्रदर्शनकारी पहलवानों का प्रतिनित्व कर रहे हैं. उनकी यह टिप्पणी एक मीडिया रिपोर्ट में बाद आई, जिसमें दावा किया गया है कि दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाली दो महिला पहलवानों से अपने आरोपों के समर्थन में फोटो, ऑडियो एवं वीडियो सबूत उपलब्ध कराने को कहा है.
सिब्बल ने ट्वीट किया, “बृजभूषण के खिलाफ जांच : पुलिस को सबूत के तौर पर वीडियो, ऑडियो, कॉल रिकॉर्डिंग और व्हॉट्सएप चैट चाहिए. अब पीड़ितों को यौन शोषण की तस्वीर खींचने और किसी से उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार को कैमरे में रिकॉर्ड कराने के लिए तैयार रहना चाहिए. इसके लिए पीड़ितो को नोटिस देने के बाद उनका यौन शोषण करना होगा.” केंद्र सरकार ने पहलवानों को आश्वासन दिया था कि निवर्तमान डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ 15 जून तक आरोप पत्र दायर किया जाएगा, जिसके बाद उन्होंने अपना विरोध-प्रदर्शन रोक दिया था.
दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को कनॉट प्लेस थाने में बृजभूषण के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की थीं. कुछ शिकायतकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि बृजभूषण ने करियर में मदद करने का भरोसा दिलाते हुए उनसे ‘यौन सुख’ हासिल करने की कोशिश की.
हालांकि, बृजभूषण ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि अगर उनके खिलाफ एक भी आरोप साबित हो जाता है, तो वह फांसी लगा लेंगे.