कोहली का शतक, भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर बनाई 91 रन की बढ़त
अहमदाबाद. स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट शतक के सूखे को खत्म करने के अलावा अक्षर पटेल के साथ शतकीय साझेदारी की जिससे भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन पहली पारी में 571 रन बनाकर 91 रन की बढ़त हासिल की.
ऑस्ट्रेलिया ने इसके जवाब में दिन का खेल खत्म होने तक दूसरी पारी में बिना विकेट खोए तीन रन बनाए. मेहमान टीम ने ट्रेविस हेड (नाबाद 03) के साथ पारी का आगाज करने के लिए मैथ्यू कुहनेमैन (नाबाद 00) को भेजा. कुहनेमैन हालांकि पांचवें ओवर में भाग्यशाली रहे जब रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर विकेटकीपर श्रीकर भरत उनका कैच नहीं पकड़ पाए. पहली पारी में 480 रन बनाने वाला आॅस्ट्रेलिया अभी भारत से 88 रन से पीछे है.
तीन साल से भी अधिक समय बाद टेस्ट शतक जड़ने वाले कोहली ने 364 गेंद में 15 चौकों से 186 रन की पारी खेली जो आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका सर्वोच्च स्कोर है. उन्होंने अक्षर पटेल (79) के साथ छठे विकेट के लिए 162, श्रीकर भरत (44) के साथ पांचवें विकेट के लिए 84 और रंिवद्र जडेजा (28) के साथ चौथे विकेट के लिए 64 रन की साझेदारी भी की. आॅस्ट्रेलिया की ओर से टॉड मर्फी ने 113 जबकि नाथन लियोन ने 151 रन देकर तीन-तीन विकेट चटकाए.
भारत की शुरुआती सभी छह विकेटों की साझेदारी 50 रन से अधिक की रही. स्टेडियम में मौजूद लगभग 15 हजार दर्शकों के लिए रविवार का दिन यादगार बन गया जब कोहली ने आॅफ स्पिनर लियोन की गेंद को मिड विकेट पर एक रन के लिए खेलकर नवंबर 2019 के बाद अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया. कोहली का यह टेस्ट क्रिकेट में 28वां और कुल 75वां अंतरराष्ट्रीय शतक है. उन्होंने 241 गेंद में शतक पूरा किया.
कोहली ने शतक पूरा करने के बाद तेज गति से रन जुटाए. इससे पहले सुबह के सत्र में उन्होंने एक भी बाउंड्री नहीं लगाई थी. लंच के बाद उन्होंने अक्षर के साथ मिलकर रन गति में इजाफा किया. सुबह के सत्र में भारतीय टीम रंिवद्र जडेजा (28) के रूप में एकमात्र विकेट गंवाने के बावजूद सिर्फ 73 रन ही जोड़ सकी थी.
श्रृंखला में अब तक बल्ले से नाकाम रहे भरत ने लंच के बाद कैमरन ग्रीन पर पुल और हुक करके लगातार दो छक्के लगाए. वह हालांकि लियोन की गेंद पर शॉर्ट लेग पर पीटर हैंड्सकॉम्ब को कैच देकर अपने पहले अर्धशतक से चूक गए. उन्होंने 88 गेंद का सामना करते हुए दो चौके और तीन छक्के मारे.
भरत के आउट होने के बाद कोहली ने शतक पूरा किया और फिर कुछ आकर्षक शॉट लगाए. अक्षर ने भी कुछ अच्छे शॉट खेले. वह मर्फी की गेंद पर भाग्यशाली रहे जब लांग आॅफ पर उस्मान ख्वाजा ने उनका कैच छोड़ दिया और गेंद छह रन के लिए चली गई.
चाय के विश्राम के बाद भारतीय बल्लेबाजों ने और तेजी दिखाई. अक्षर को 43 रन के स्कोर पर दूसरा जीवनदान मिला जब स्लिप में कप्तान स्टीव स्मिथ उनका कैच लपकने में नाकाम रहे. इस बार दुर्भाग्यशाली गेंदबाज लियोन थे.
कोहली ने ग्रीन पर लगातार दो चौकों के साथ 313 गेंद में 150 रन पूरे किए और फिर लियोन पर भी दो चौके मारे. अक्षर ने मर्फी की गेंद पर एक रन के साथ 95 गेंद में श्रृंखला का अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया. अक्षर ने इसके बाद कुहनेमैन के दो ओवर में तीन छक्के मारे. वह हालांकि मिशेल स्टार्क की गेंद को विकेटों पर खेलकर पवेलियन लौटे. उन्होंने 113 गेंद की अपनी परी में पांच चौके और चार छक्के मारे.
अश्विन भी सात रन बनाने के बाद लियोन की गेंद पर स्लॉग स्वीप खेलने की कोशिश में डीप मिडविकेट पर कुहनेमैन को कैच दे बैठे.
उमेश यादव एक भी गेंद खेले बिना हैंड्सकॉम्ब के सटीक निशाने का शिकार होकर रन आउट हुए. हैंड्सकॉम्ब इसके बाद लियोन की गेंद पर कोहली का मुश्किल कैच लपकने में नाकाम रहे. कोहली इस समय 185 रन पर खेल रहे थे.
कोहली हालांकि इस जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाए और मर्फी की गेंद पर मार्नस लाबुशेन को कैच देकर पवेलियन लौट गए.
कमर की चोट के उभरने के कारण श्रेयस अय्यर बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे. जडेजा को सुबह के सत्र में भी रन बनाने के लिए जूझना पड़ा और वह अंतत: मर्फी की गेंद पर मिड आॅन पर ख्वाजा को कैच दे बैठे.
कोहली ने सुबह के सत्र में रक्षात्मक रुख अपनाया जिससे आॅस्ट्रेलियाई गेंदबाज धीमी पिच पर नियंत्रण के साथ गेंदबाजी करने में सफल रहे. भरत सपाट पिच पर अधिक आत्मविश्वास के साथ खेले और उनका डिफेंस भी अधिक मजबूत रहा. उन्होंने स्पिनरों के खिलाफ पैर आगे निकालकर अच्छा रक्षात्मक खेल दिखाया. भरत ने सुबह के सत्र में लियोन पर स्लॉग स्वीप से छक्का भी जड़ा.