प.बंगाल: जब सरकार में बैठे लोग निराधार निर्णय सुनाने लगते हैं तो जांच पर असर पड़ता है – धनखड़
कोलकाता. नदिया जिले के हंसखाली क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की से कथित बलात्कार और उसके बाद उसकी मौत को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर निशाना साधते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि जब लोग निराधार निर्णय सुनाने लगते हैं तो जांच पर असर पड़ता है.
उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के दृष्टिकोण “निष्पक्ष जांच में बाधा डाल सकते हैं.” राज्यपाल ने किसी का नाम लिए बिना ट्वीट किया, “शर्मनाक-बलात्कार में आपराधिक जांच # हंसखाली पीड़िता की मौत…जब सरकार और संवैधानिक पदों वाले लोग निराधार निर्णय सुनाने लगते हैं तो जांच पर असर पड़ता है.” विभिन्न मुद्दों पर राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार से टकराते रहे धनखड़ ने यह भी कहा, “यह कानून के खिलाफ, निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच में बाधा डालता है क्योंकि पुलिस को इस तरह की लाइन पर चलने के लिए मजबूर किया जाता है.”
यह कहने के साथ ही कि जान गंवाने वाली लड़की के एक तृणमूल कांग्रेस नेता के आरोपी बेटे के साथ प्रेम संबंध थे, ममता बनर्जी ने उसके गर्भवती होने पर भी संदेह जताया. इस मामले में अब तक तृणमूल कांग्रेस नेता के बेटे समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.