शिक्षा मंत्री अग्रवाल ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति हमारे देश द्वारा पूरे विश्व को दी गई एक अनुपम सौगात है। इसे पूरी दुनिया अपना रही है। हमारे देश के आयुर्वेदिक चिकित्सा सेंटर्स में दूसरे देशों से लोग आ रहे हैं। उन्होने कहा कि आयुर्वेद में प्राकृतिक औषधियों का उपयोग रोगों के उपचार में किया जाता है। समय के साथ धीरे-धीरे लोग त्वरित राहत के लिए इलाज के दूसरे तरीकों की ओर जाने लगे और आयुर्वेद उतना प्रचलन में नही रहा। किंतु आज समय बदल रहा है, लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति पहले से ज्यादा सजग हो रहे हैं।
प्रसन्नता की बात है कि युवा वर्ग भी अब अपने खान-पान और व्यायाम की आदतों में प्राकृतिक पद्धतियों का समावेश कर रहे हैं। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यदि हम प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति, खान-पान और जीवन शैली को अपनाएंगे तो निश्चित रूप से हमारा स्वास्थ्य लंबे समय तक अच्छा बना रहेगा।
प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति व्यक्ति को शारीरिक ही नही मानसिक रूप से भी स्वस्थ बनाती है। आयुर्वेद से रोगों का जड़ से निदान होता है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से रायगढ़ सहित आस-पास के लोगों को आयुर्वेद और पंचकर्म से इलाज की सुविधा मिलेगी। इस अवसर पर बजरंग लाल अग्रवाल, प्रमोद अग्रवाल, सुषमा अग्रवाल, शक्ति अग्रवाल, सहज अग्रवाल, सुभाष पांडेय सहित अन्य गणमान्य नागरिक और आयुर्वेद चिकित्सालय के स्टाफ उपस्थित थे।