उत्तराखंड में उत्तर प्रदेश पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प में महिला की मौत

मुरादाबाद/देहरादून. उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले में काशीपुर के पास स्थानीय निवासियों और उत्तर प्रदेश पुलिस के र्किमयों के बीच बुधवार शाम हुई झड़प में एक प्रखंड की पत्नी की मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस झड़प में उत्तर प्रदेश पुलिस के चार र्किमयों सहित पांच लोग घायल हो गए. उत्तराखंड पुलिस ने मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के जवानों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है . मुरादाबाद और उधम सिंह नगर की सीमाएं आपस में मिलती हैं.

मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने किसी भी पुलिसकर्मी के लापता होने से इनकार किया. उन्होंने बताया कि चार घायल पुलिसर्किमयों को मुरादाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि चार घायल पुलिसर्किमयों में से दो को पैर में गोली लगी है, एक के सिर में और दूसरे को हड्डी में चोट आई है. उन्होंने बताया कि सभी खतरे से बाहर हैं.

एक अधिकारी के मुताबिक, यह झड़प तब हुई, जब ठाकुरद्वारा से उत्तर प्रदेश पुलिस का एक दल खनन माफिया की तलाश में जसपुर ब्लॉक प्रमुख गुरताज भुल्लर के घर की तलाशी लेने के लिए भरतपुर गांव पहुंचा था. अधिकारी के अनुसार, पुलिस दल को गुप्त सूचना मिली थी कि खनन माफिया जफर ब्लॉक प्रमुख भुल्लर के घर में छिपकर बैठा है. पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.

अधिकारी के मुताबिक, सादे कपड़े में पुलिस दल के सदस्य भुल्लर के घर पहुंचे, जिसके बाद विवाद हो गया. उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें काम से घर लौट रही भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत की मौत हो गई. घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध में राजमार्ग जाम कर दिया. इस प्रदर्शन में काशीपुर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, गदरपुर विधायक अरंिवद पांडे और पूर्व सांसद बलराज पासी शामिल हुए.

उधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मंजूनाथ टीसी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के दल ने उत्तराखंड पुलिस को कार्रवाई के बारे में पहले से सूचित नहीं किया था. अधीक्षक ने बताया कि मृतक के परिवार द्वारा शिकायत दर्ज करवाने के बाद उत्तराखंड पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के 10-12 र्किमयों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.

दूसरी ओर, मुरादाबाद के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) शलभ माथुर ने पीटीआई-भाषा को बताया कि ‘ठाकुरद्वारा पुलिस’ जफर को गिरफ्तार करने के लिए उसे तलाश रही थी. उनके अनुसार बुधवार की रात को उत्तर प्रदेश पुलिस को सूचना मिली कि जफर उधमसिंह नगर में है और ब्लॉक प्रमुख के घर में रुका हुआ है .

उन्होंने बताया, “पुलिस इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए वहां पहुंची लेकिन दूसरी तरफ से उस पर गोलियां चलाई गईं. दो पुलिस र्किमयों के पैर में गोली लगी और थाना प्रभारी (एसएचओ) सहित कुल चार कर्मी घायल हो गए. घायल पुलिस र्किमयों को भर्ती कराया गया है. ” मुरादाबाद के एसएसपी हेमंत कुटियाल ने कहा कि अभियान इतना जरूरी था कि ‘ठाकुरद्वारा पुलिस’ उत्तराखंड में अपने समकक्ष पुलिस को औपचारिक जानकारी नहीं दे सकी.

कुटियाल ने आरोप लगाया कि ब्लॉक प्रमुख और उनके सहयोगियों ने ठाकुरद्वारा पुलिस की एसओजी (स्पेशल आॅपरेशंस ग्रुप) पर हमला किया और उनके हथियार छीन लिए . उन्होंने आरोप लगाया कि उन लोगो ने एसओजी र्किमयों पर गोलियां भी चलायी .
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने ब्लॉक प्रमुख और उसके सहयोगियों के खिलाफ ठाकुरद्वारा थाने में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है. बरेली अंचल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजकुमार मुरादाबाद पहुंच गए हैं और मामले की जांच कर रहे हैं.

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