‘भारत 2036 में ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयार, पेश करेगा दावेदारी’, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर का बयान
भारत ने पहले कभी भी ओलंपिक खेलों की मेजबानी नहीं की है। गुजरात में चार संभावित स्थलों की पहचान की गई है। हालांकि, पीएम मोदी ने पिछले अक्तूबर में आईओसी सत्र में अपने संबोधन के दौरान किसी उम्मीदवार शहर का उल्लेख नहीं किया था। भारत ने पिछली बार 2010 में नई दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की थी। भारत ने 2017 में अंडर-17 फीफा विश्व कप की भी मेजबानी की, लेकिन ओलंपिक खेलों जैसे आयोजन की मेजबानी के लिए कई हितधारकों के संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता होगी।
अनुराग ठाकुर ने क्या कहा?
अनुराग ठाकुर ने कहा, “2036 ओलंपिक के लिए भारत को तैयार रहने की जरूरत है। ओलंपिक का आयोजन करना बहुत बड़ी बात होगी और भारत इसके लिए तैयार है। जब भी बोली प्रक्रिया शुरू होगी, भारत निश्चित रूप से पूरी ताकत के साथ बोली लगाएगा और भारत में ओलंपिक का आयोजन करेगा।”
अभी हमें काफी आगे जाना है: खेल मंत्री
खेल मंत्री ने यह भी कहा, ”प्रयास हमें करना चाहिए बेहतर सुविधाएं और संसाधन देने का और खिलाड़ियों को खेलने पर पूरी ताकत लगानी चाहिए। टॉप्स योजना से खिलाड़ियों को बोर्डिंग, लॉजिंग, ट्रेनिंग और साथ में जेब खर्च के लिए छह लाख रुपये अलग से मिलता है। जो खेलों इंडिया एथलीट हैं उनको भी छह लाख 20 हजार रुपये अलग से मिलता है। इससे उनके परिवार को कोई खर्चा नहीं उठाना पड़े और खिलाड़ी आगे बढ़ें। इससे भारत के खिलाड़ियों ने देश और विदेशों में जाकर ट्रेनिंग ली। इसी से तो एशियन और पैरा एशियन गेम्स में भारत ने कुल मिलाकर 218 पदक जीते थे। मैं तो यही कहूंगा कि यह सिर्फ शुरुआत है। अभी हमें काफी आगे जाना है।”
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा, ”2036 ओलंपिक के आयोजन के लिए भी भारत को कमर कसनी है। हमने 44वें फिडे शतरंज ओलंपियाड तो करवाया था लेकिन ओलंपिक का आयोजन करना अपने आम में भव्य होगा। भारत इसके लिए तैयार है। जब भी बोली लगाई जाएगी भारत पूरी ताकत से बोली लगाएगा और ओलंपिक का आयोजन भारत में करेगा।”
2029 में युवा ओलंपिक की मेजबानी के लिए बोली लगाएगा भारत
आईओसी सत्र में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत 2029 में युवा ओलंपिक की मेजबानी के लिए बोली लगाएगा। यह ओलंपिक के लिए ड्रेस रिहर्सल का काम करेगा। पेरिस अगस्त में 2024 ओलंपिक की मेजबानी करेगा। वहीं, लॉस एंजिल्स 2028 खेलों के लिए मेजबान शहर की बोली की दौड़ में आगे निकल गया। ब्रिसबेन को बिना किसी प्रतिद्वंद्वी बोली के 2032 में ओलंपिक मेजबान के रूप में घोषित किया गया था। लॉस एंजिल्स और ब्रिसबेन दोनों को खेलों की तैयारी के लिए 11 साल का समय मिला है क्योंकि उनकी बोलियां क्रमशः 2017 और 2021 में पुष्टि की गई थीं।
कब होता है मेजबान का चयन?
ओलंपिक बोली चुनने के लिए कोई निश्चित चुनाव चक्र नहीं है। यह अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को प्रत्येक संभावित मेजबान की प्राकृतिक गति के अनुकूल होने, ओलंपिक खेलों के लिए सही समय पर सही परियोजना और भागीदार लाने और ओलंपिक आंदोलन के लिए रणनीतिक लाभ सुनिश्चित करने में सक्षम बनाता है। समय वैश्विक घटनाओं सहित कई कारकों पर निर्भर करता है।