कार्यक्रम में छात्रों को यह बताया गया कि “आज का युवा ही कल का भविष्य है। इसलिए तंबाकू नियंत्रण में युवाओं की भूमिका बहुत अहम है । तंबाकू का सेवन किसी भी रूप में करने वाले व्यक्ति को कई तरह की बीमारियां होने का खतरा सर्वाधिक रहता है। इसमें कैंसर के साथ ही दिल से संबंधित बीमारियां भी हैं । एक्टिव एवं पैसिव दोनों स्मोकिंग को रोकना चाहिए। पैसिव स्मोकिंग किसी और के स्मोकिंग करने से होती है और यह 30% हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती है। इसलिए युवाओं से तंबाकू उत्पादों के सेवन से खुद को, अपने परिवार और समाज को बचाने की अपील की ताकि समाज को नई दिशा मिल सके।
कार्यक्रम में वोलेंट्री हेल्थ एसोसिएशन के अवधेश मल्लिक ने कोटपा अधिनियम और उसमें संशोधन की आवश्यकता क्यों है, क्या संशोधन जरूरी है, संस्थान इसके लिए क्या प्रयास कर रहा है। इसपर मुख्य रूप से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में वोलेंट्री हेल्थ एसोसिएशन की सुष्मिता श्रीवास्तव ने तंबाकू और तंबाकू उत्पादों की चपेट में आने से होने वाली समस्याओं की जानकारी दी। साथ ही तंबाकू नियंत्रण की दिशा में छत्तीसगढ़ में किए जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी देते दुए उन्होंने छात्राओं को समझाया कि तंबाकू के सेवन से हमारा शरीर दिमाग संबंध कार्य विकास सब कुछ प्रभावित होता है। साथ ही उन्होंने बताया कि संस्थान के 100 मीटर के दायरे में तंबाकू की अगर दुकान दिखती है और बच्चों द्वारा उसकी खरीदी या बिक्री की जाती है तो उसकी रिपोर्ट की जा सकती है। I
कार्यक्रम में विद्यालय कीप्राचार्या पूजा विश्वास ने वोलेंट्री हेल्थ एसोसिएशन ( वीएचएआई) को कार्यक्रम के लिए धन्यवाद देकर आश्वासन दिया कि स्कूली छात्र-छात्राएं तंबाकू का सेवन नहीं करेंगे और इसके प्रति जागरूक होकर नशा मुक्ति के लिए प्रयास भी करेंगे। साथ ही भविष्य में तंबाकू निषेध के लिए प्रयास में सहयोग प्रदान करेंगे। इस दौरान स्कूल के लीला मजुमदार, अनपूर्णा शर्मा एवं अभिजीत ने सक्रिय योगदान दिया।