कबूतरबाजी : अदालत ने दलेर मेहंदी को दो वर्ष की सजा को सही ठहराया
पटियाला. पंजाब के पटियाल स्थित अदालत द्वारा पंजाबी गायक दलेर मेहंदी को वर्ष 2003 में मानव तस्करी (कबूतरबाजी) के मामले में मिली दो साल की सजा बरकरार रखने के बाद बृहस्पतिवार को जेल भेज दिया गया. मामले के शिकायतकर्ता के वकील गुरप्रीत ंिसह भसीन ने बताया कि परिवीक्षा पर रिहा करने की अर्जी अदालत द्वारा खारिज किए जाने के बाद पुलिस ने मेहंदी को हिरासत में ले लिया. मेंहदी ने वर्ष 2018 में निचली अदालत द्वारा उन्हें मामले में दोषी करार देते हुए दी गई दो साल कैद और एक हजार रुपये जुर्माने की सजा के खिलाफ अपील की थी. मेंहदी को तब जमानत मुचलके पर रिहा कर दिया गया था.
पंजाबी गायक द्वारा निचली अदालत के फैसले के खिलाफ की गई अपील को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एच.एस.ग्रेवाल ने खारिज कर दिया याचिका खारिज होने के बाद मेहंदी का चिकित्सा परीक्षण कराया गया और उन्हें पटियाला जेल भेज दिया गया. मेहंदी के वकील एल.एम.गुलाटी ने कहा कि वह इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय का रुख करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘ दुर्भाग्य से अदालत का फैसला हमारे पक्ष में नहीं आया और उनकी सजा बरकरार रखी गई. हम तत्काल उच्च न्यायालय जाएंगे और अपील दाखिल करेंगे. हमें न्याय मिलने की बहुत उम्मीद है.’’ पुलिस ने बख्शीश ंिसह नामक व्यक्ति की शिकायत पर मेहंदी और उनके भाई शमशेर मेहंदी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.
करीब 30 और शिकायतकर्ताओं ने भी मेहंदी बंधुओं पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. उनका आरोप था कि दोनों भाइयों ने उन्हें गैर कानूनी तरीके से अमेरिका पहुंचाने के लिए ‘‘रुपये’’लिए थे, लेकिन वादे के अनुरूप अमेरिका पहुंचाने में असफल रहे थे. वहीं, जिस मामले में यह सजा हुई है, उसके शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि गायक ने उसे कनाडा पहुंचाने के लिए रुपये लिए थे.
आरोप है कि मेहंदी बंधु वर्ष 1998 और 1999 के दौरान दो मंडलियों के साथ अमेरिका गए थे, जिनमें से करीब 10 लोगों को ‘‘ गैर कानूनी’’रूप से अमेरिका में छोड़ दिया गया था.
मेहंदी एक अभिनेत्री के साथ अमेरिका की यात्रा पर गए थे और आरोप है कि उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में तीन लड़कियों को ‘‘गैर कानूनी’’तरीके से छोड़ा. वहीं, उनके भाई पर आरोप है कि अक्टूबर 1999 में वह कुछ अभिनेताओं के साथ अमेरिका गए और न्यू जर्सी में तीन लड़कों को ‘‘ गैर कानूनी’’ तरीके से छोड़ा. पटियाला पुलिस ने गायक के नयी दिल्ली स्थिति कनॉट प्लेस के कार्यालय पर छापा मारा और उन लोगों के फाइलों को जब्त किया, जिन्होंने विदेश जाने के लिए रुपये दिए थे.