अरुणाचल प्रदेश में तो भाजपा ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का भी ऐलान कर दिया है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भी कैंडिडेट्स के नाम पर मंथन चल रहा है। फिलहाल ओडिशा में बीजू जनता दल की सरकार है। इसके मुखिया नवीन पटनायक बीते कई दो दशकों से ज्यादा वक्त से लगातार राज्य के मुख्यमंत्री बने हुए हैं। वहीं आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगन मोहन रेड्डी मुख्यमंत्री हैं। वह राज्य के पुनर्गठन के बाद से सूबे की कमान संभाल रहे हैं। उनके पिता वाईएसआर रेड्डी भी अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे।
जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव को लेकर भी लोग चर्चा कर रहे हैं कि शायद लोकसभा के साथ ही वहां भी इलेक्शन हो जाएं। लेकिन चुनाव आयोग के सूत्र इससे इनकार कर रहे हैं। आयोग के सूत्रों का कहना है कि केंद्र शासित प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ इलेक्शन नहीं होंगे। लेकिन परिस्थितियां ठीक रहीं तो इसी साल अक्टूबर तक महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावों के साथ वहां भी वोटिंग कराई जा सकती है। बता दें कि हाल ही में जब चुनाव आयोग का प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गया था तो वहां कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने आयोग से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने मांग की थी कि लोकसभा चुनाव के साथ ही यहां भी इलेक्शन करा लिए जाएं।
इतने चरण में हो सकता है चुनाव
लोकसभा चुनाव 2019 के नोटिफिकेशन पर गौर करें तो पिछले बार देशभर में चुनाव सात चरणों में कराया गया था। इस लिहाज से ये माना जा रहा है कि इस बार भी 7 चरणों में ही चुनाव करया जा सकता है। वहीं, बात करें छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की तो दोनों राज्यों में पिछले बार तीन चरणों में चुनाव संपन्न कराया गया था। इन्हीं आंकड़ों को देखते हुए ये कहा जा रहा है कि इस बार भी छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव कराया जा सकता है।