कल लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी होगा ऐलान, जानें कितने बजे होगी EC की प्रेस कॉन्फ्रेंस
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव की तारीखों का इंतजार बस खत्म ही होने वाला है। खबर है कि ECI यानी भारत निर्वाचन आयोग शनिवार दोपहर तारीखों का ऐलान कर देगा। इस दौरान आयोग कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी घोषणा करने जा रहा है। खास बात है कि शुक्रवार को ही चुनाव आयुक्तों ने कार्यभार संभाला है।
इससे पहले संभावनाएं जताई जा रही थीं कि निर्वाचन आयोग सोमवार को जम्मू और कश्मीर का दौरा करने के बाद चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर सकता है। दरअसल, आयोग केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है। 11 दिसंबर 2023 को ही सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू और कश्मीर में चुनाव कराने के लिए कहा था और इसके लिए 30 सितंबर, 2024 तक का समय दिया था।
एक ओर जहां 2014 लोकसभा चुनाव से विजयरथ पर सवाल भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले गठबंधन NDA की निगाहें लगातार तीसरी जीत पर हैं। वहीं, भाजपा के खिलाफ कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने मिलकर INDIA गठबंधन तैयार किया है। खास बात है कि इस बार भाजपा ने 370 सीटों और एनडीए के लिए 400 से ज्यादा सीटों का लक्ष्य रखा है।
भाजपा ने बुधवार को ही दूसरी सूची जारी की है, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत 72 नाम शामिल हैं। इसके साथ ही भाजपा अब तक 267 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर चुकी है। पहली सूची में भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (वाराणसी), केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (गांधीनगर) समेत 195 नामों का ऐलान किया था।
वहीं, कांग्रेस ने अब तक दो लिस्ट जारी कर 82 नाम जनता के सामने रख दिए हैं। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर केरल की वायनाड सीट से मैदान में उतरने जा रहे हैं। वहीं, मौजूदा चीफ मल्लिकार्जुन खरगे के चुनाव लड़ने पर अभी स्थिति साफ नहीं हो सकी है। रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने इस बार राज्यसभा का रुख किया है।
नियुक्त निर्वाचन आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू ने शुक्रवार को अपना प्रभार संभाल लिया। दोनों पूर्व नौकरशाहों को बृहस्पतिवार को निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था। वे मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) और निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति के संबंध में हाल में एक नया कानून लागू होने के बाद, निर्वाचन आयोग में नियुक्त किए गए पहले सदस्य हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, एक प्रवक्ता ने बताया कि ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू का स्वागत करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने ऐसे ऐतिहासिक समय पर उनकी नियुक्ति के महत्व के बारे में बात की जब निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव कराने की तैयारियां कर रहा है। अनूप चंद्र पांडे के 14 फरवरी को सेवानिवृत्त होने और आठ मार्च को अरुण गोयल के अचानक इस्तीफे के बाद निर्वाचन आयोग में ये पद खाली हो गए थे।