भीड़ ने चंबा हत्याकांड के आरोपी का घर जलाया, धारा 144 लागू
शिमला. चंबा में भीड़ ने बृहस्पतिवार को हत्या के एक आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया जिसके बाद अधिकारियों को निषेधाज्ञा लागू करनी पड़ी. पुलिस ने आरोपी के परिजनों को सुरक्षित निकाला और आग लगाने की घटना में शामिल करीब 10 लोगों को हिरासत में ले लिया.
चंबा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने कहा कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. भीड़ द्वारा पुलिस बैरिकेड तोड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर देखा गया. मुसाफिर हुसैन नामक व्यक्ति पर 28 वर्षीय मनोहर की हत्या का आरोप है. मनोहर को उस नाबालिग लड़की का रिश्तेदार बताया जाता है जिसके कथित रूप से हुसैन के साथ प्रेम संबंध थे. हुसैन इस समय जेल में हैं.
पुलिस के अनुसार हुसैन ने कथित रूप से मनोहर को अपने घर बुलाया था और उसे बेहोश होने तक लाठी से पीटता रहा. इसके बाद उसने मनोहर के शव को आठ टुकड़ों में काटकर एक नाले में फेंक दिया. मनोहर के शव के टुकड़े आठ जून को सलूनी की बांदल पंचायत में एक नाले से मिले. इससे दो दिन पहले से वह लापता था.
बृहस्पतिवार को बड़ी संख्या में लोग हुसैन के घर में घुस गये और पुलिस तैनात होने के बावजूद घर को आग लगा दी. जिले के अधिकारियों ने चंबा के सलूनी इलाके में सीआरपीसी के तहत धारा 144 लागू कर दी है. पुलिस ने हत्या के आरोप में हुसैन, उसकी पत्नी फरीदा और शबीर नामक एक अन्य युवक को गिरफ्तार किया है. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पहले हत्याकांड और फिर घर जलाने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह हिमाचल की ‘देव संस्कृति’ के अनुरूप नहीं है.
उन्होंने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और यदि विपक्ष मामले में एनआईए जांच चाहता है तो उन्हें इसमें कोई आपत्ति नहीं है. सुक्खू ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का भी जायजा लिया और सलूनी की घटना पर सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक कर उन्हें कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया. इससे पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हत्याकांड में एनआईए जांच की मांग की. सुक्खू और ठाकुर दोनों ने लोगों से सांप्रदायिक सौहार्द बनाकर रखने की अपील की.