दुबई की इमारत में आग लगने से 16 लोगों की मौत, मृतकों में चार भारतीय

दुबई. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में दुबई की एक रिहायशी इमारत में आग लगने से 16 लोगों की मौत हो गई. हादसे में मरने वालों में केरल के एक दंपती समेत चार भारतीय शामिल हैं. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आग दुबई के सबसे पुराने इलाकों में से एक अल-रास में स्थित इमारत की चौथी मंजिल में लगी और फिर अन्य इलाकों में भी फैल गई. अधिकारियों के मुताबिक, हादसे में 16 लोगों की मौत हुई और नौ लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं. दुबई में स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने हादसे में चार भारतीयों के मरने की पुष्टि की है.

भारतीय वाणिज्य दूतावास में वरिष्ठ अधिकारी बिजेंद्र सिंह ने ‘पीटीआई’ को बताया, “मृतकों में रिजेश कलंगदान (38), उनकी पत्नी जेशी कंदमंगलथ (32), गुडू सलियाकुंडु (49) और इमामकासिम अब्दुल खदेर (43) शामिल हैं.” उन्होंने कहा, “हमें उनकी पासपोर्ट की प्रतियां (नसीर) वाटनपल्ली (एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता) के माध्यम से प्राप्त हुई हैं. हम पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और समर्थन के लिए पहुंचने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों को धन्यवाद देते हैं. हम उनके शवों को वापस लाने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं.”

उन्होंने कहा, ‘‘अब तक, हमने इमारत में काम करने वाले तमिलनाडु के दो पुरुषों और केरल के एक दंपत्ति समेत चार भारतीयों, तीन पाकिस्तानी भाइयों और एक नाइजीरियाई महिला की पहचान की है.’’ अधिकारियों ने बताया कि दुबई सिविल डिफेंस आॅपरेशंस रूम को शनिवार दोपहर करीब 12 बजकर 35 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली थी जिसके बाद दुबई सिविल डिफेंस’ मुख्यालय के एक दल ने घटनास्थल पहुंचकर इमारत में रह रहे लोगों को बाहर निकालना शुरू किया. उन्होंने बताया, ‘पोर्ट सईद फायर स्टेशन’ और ‘हमरियाह फायर स्टेशन’ से भी दमकल दलों को बुलाया गया.

‘गल्फ न्यूज’ की खबर अनुसार, आग पर अपराह्न दो बजकर 42 मिनट (स्थानीय समयानुसार) पर काबू पाया जा सका. खबर के मुताबिक, अपराह्न करीब तीन बजे सिविल डिफेंस की टीम ने क्रेन की मदद से तीसरी मंजिल पर मौजूद लोगों को बचाया. ‘दुबई सिविल डिफेंस’ के प्रवक्ता ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इमारत में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी. प्रवक्ता ने कहा कि अधिकारी आग लगने के कारणों की व्यापक जांच कर रहे हैं, ताकि एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा सके.

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