चोट से उबर कर अंजलि ने 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता

भुवनेश्वर. चोट के कारण लगभग चार साल के बाद चोट से वापसी करने वाली अंजलि देवी ने राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप के महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से स्वर्ण पदक के साथ एशियाई खेलों के लिए भारतीय दल में अपनी जगह भी पक्की कर ली.

हरियाणा की 24 साल की इस खिलाड़ी पिछली बार अक्टूबर 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर 400 मीटर में चुनौती पेश की थी. उन्होंने शुक्रवार को 51.58 सेकंड के समय के साथ राज्य की अपनी साथी हिमांशी मलिक (51.76 सेकंड) को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया. इससे पहले अंजलि का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 51.53 सेकंड था, जो उन्होंने लखनऊ में हासिल किया. उन्होंने एशियाई खेलों के क्वालीफिकेशन स्तर 52.96 सेकंड से लगभग डेढ़ सेकंड कम समय लिया.

इक्कीस साल की मलिक और कांस्य विजेता तमिलनाडु की आर विद्या रामराज (52.49 सेकंड) और चौथे स्थान पर रहने वाली महाराष्ट्र के ऐश्वर्या कैलाश मिश्रा (52.79 सेकंड) ने भी एशियाई खेलों के क्वालीफाइंग मानक से कम समय लिया. इन दोनों में से हालांकि इस स्पर्धा के लिए एशियाई खेलों के लिए सिर्फ दो का ही चयन होगा. इससे पहले दिन के सत्र में सेमीफाइनल में अंजलि ने 52 . 03 सेकंड का समय निकाला था. उसमें भी विद्या (52 . 43) दूसरे, हिमांशी (52 . 46) तीसरे और ऐश्वर्या (52 . 73) चौथे स्थान पर रही थी.

चार महिला धावकों के 53 सेकंड से कम समय निकालने के बाद में एशियाई खेलों में 2002 के बाद लगातार छह स्वर्ण जीतने वाली चार गुणा 400 रिले में भारतीय टीम से उम्मीदें फिर से जाग गयी है. पुरुषों की 400 मीटर दौड़ में श्रीलंका के कलिंगा कुमारेज ने 45.64 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक केरल के मोहम्मद अनस याहिया ने 45.76 सेकंड के समय के साथ रजत पदक जीता.

केरल के ही मोहम्मद अजमल और दिल्ली के अमोज जैकब ने क्रमश: 45.90 और 45.91 सेकंड के समय के साथ तीसरे और चौथे स्थान पर रहे. इन चारों ने एशियाई खेलों के क्वालीफाइंग समय 46.17 से बेहतर प्रदर्शन किया, जो महिलाओं की तरह भारतीय पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले के लिए अच्छी खबर है.

तमिलनाडु के बी शीवा कुमार चैंपियनशिप के सबसे तेज पुरुष एथलीट के रूप में उभरे. उन्होंने 100 मीटर की दौड़ को 10.37 सेकंड के समय के साथ निकाला, जबकि पंजाब के हरजीत सिंह (10.45 सेकेंड) और तमिलनाडु के एलाकियादासन क्रमश? दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे. इनमें से कोई भी एशियाई खेलों के क्वालीफाइंग समय 10.19 सेकंड के करीब नहीं आ सका.

सौ मीटर बाधा दौड़ में राष्ट्रीय रिकार्डधारी आंध्र प्रदेश की ज्योति याराजी 11.46 सेकंड के समय के साथ चैंपियनशिप की सबसे तेज महिला धाविक बनी. वह एशियाई खेलों के लिए 10.46 सेकेंड के क्वालीफाइंग समय को छूने से चूक गयी. इससे पहले दिन के सत्र में राष्ट्रीय रिकार्डधारी पंजाब की मंजू रानी ने राष्ट्रीय अंतर प्रांत एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में महिलाओं की 35 किलोमीटर पैदल चाल जीती लेकिन एशियाई क्वालीफाइंग मार्क नहीं छू सकी .

24 वर्ष की रानी ने बेहद गर्मी और उमस के बीच तीन घंटे 21 मिनट और 31 सेकंड में रेस पूरी की . एशियाई खेलों का क्वालीफाइंग मार्क 2 : 58 . 30 है . उसने फरवरी में रांची में भारतीय पैदल चाल चैम्पियनशिप में 2 : 58.30 का समय निकाला था . हरियाणा के जुनैद खान ने पुरुष वर्ग में तीन घंटे 37 सेकंड का समय निकालकर जीत दर्ज की लेकिन एशियाई खेलों का दो घंटे 35 मिनट का क्वालीफाइंग आंकड़ा नहीं छू सके . राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी राम बाबू ने इस टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया. उन्होंने रांची में दो घंटे 31 मिनट 36 सेकंड का समय निकालकर खिताब जीता था .

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