बिलासपुर: प्रसव के दौरान बाघिन की मौत, एक अन्य बाघिन ने दिया चार शावकों को जन्म
बिलासपुर. बिलासपुर जिले के कानन पेंडारी चिड़ियाघर में सोमवार को एक बाघिन की प्रसव के दौरान मौत हो गई, जबकि एक अन्य बाघिन ने रविवार रात चार शावकों को जन्म दिया. कानन पेंडारी चिड़ियाघर के अधिकारियों ने मंगलवार को यहां बताया कि चिड़ियाघर में सोमवार को बाघिन ‘मौसमी’ की प्रसव के दौरान मौत हो गई है. उसकी उम्र लगभग चार वर्ष थी. चिड़ियाघर के चिकित्सकों ने मौसमी का आॅपरेशन कर उसके गर्भ में मौजूद दो शावकों को बचाने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके.
अधिकारियों ने बताया कि मौसमी की सोमवार शाम सवा चार बजे प्रसव के प्रयास के दौरान मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि चिड़ियाघर के पशु चिकित्सकों ने उसके शावकों को बचाने के लिए आॅपरेशन किया, लेकिन उन्हें भी बचाया नहीं जा सका. अधिकारियों ने बताया कि बाघिन के पोस्टमार्टम के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने उसका अंतिम संस्कार किया. उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सकों की समिति ने बाघिन की मौत का कारण कष्टप्रद प्रसव बताया है.
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि रविवार रात को एक अन्य बाघिन ‘रंभा’ ने चिड़ियाघर में चार शावकों को जन्म दिया. बाघिन रंभा का जन्म भी कानन पेंडारी में 25 अप्रैल, 2015 को हुआ था. इससे पहले रंभा ने 11 नवंबर, 2018 को दो शावकों (भैरव और दुर्गा) को जन्म दिया था. उन्होंने बताया कि रविवार को जन्मे सभी बाघ शावक स्वस्थ हैं. उन्हें निगरानी में रखा गया है.