डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण का पद छोड़ने से साफ इंकार
नंदिनी नगर. दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश के नामी पहलवानों द्वारा जारी धरने को ‘‘शाहीन बाग का धरना’ बताते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) अध्यक्ष व कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने पद छोड़ने से साफ इंकार किया. उप्र के कैसरगंज निर्वाचन क्षेत्र से छठी बार लोकसभा सांसद रहे सिंह ने यहां अपने पैतृक स्थान पर पत्रकारों से कहा, “मेरे खिलाफ पहलवानों का विरोध शाहीन बाग का धरना है.”
सिंह ने अपने खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर में हुए विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रायोजित भाजपा पर हमला करार दिया. इससे पहले एक टीवी चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि धरना दे रहे खिलाड़ी कांग्रेस और दीपेंद्र हुड्डा के हाथ का खिलौना बन चुके हैं. भाजपा सांसद ने कहा कि इस प्रकार की साजिश करीब तीन दशक पूर्व भी कांग्रेस द्वारा मेरे साथ की गई थी. एक बार पुन: वही साजिश दुहरायी जा रही है. मैने पहले ही कहा था कि यह कोई षड्यंत्र है और इसके पीछे बड़ी ताकतें लगी हैं. अब वह ताकतें खुलकर सामने आ गईं हैं.
उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी और हरियाणा के नेता दीपेंद्र हुड्डा के बयान और ट्वीट के बाद तस्वीर साफ होती जा रही है. सिंह शुक्रवार शाम को गोंडा के नंदिनी नगर स्टेडियम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं. शीर्ष भारतीय पहलवानों की केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ गुरुवार रात हुई बैठक बेनतीजा रही क्योंकि उन्होंने सरकार के डब्ल्यूएफआई को तुरंत भंग करने की अपनी मांग से पीछे हटने से इनकार कर दिया.
ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक, विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगट और अन्य सहित प्रतिष्ठित भारतीय पहलवान पिछले दो दिनों से जंतर-मंतर पर डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाते हुए धरना दे रहे हैं.
डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध के दूसरे दिन गुरुवार को रात करीब 10 बजे मैराथन बैठक शुरू हुई. पहलवान रात एक बजकर 45 मिनट पर ठाकुर के घर से निकले और बाहर इंतजार कर रहे पत्रकारों से बात नहीं की. ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, रवि दहिया, साक्षी मलिक और विश्व चैम्पियनशिप की पदक विजेता विनेश फोगाट बैठक का हिस्सा थे. सरकारी अधिकारियों और विरोध कर रहे पहलवानों के बीच पूर्व में हुई बैठक बेनतीजा रहने के बाद ठाकुर हिमाचल प्रदेश से दिल्ली पहुंचे. सरकारी अधिकारियों के मुताबिक पहलवान शुक्रवार को फिर से खेल मंत्री से मिलेंगे.