ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया में नजर आया सूर्य ग्रहण
मेलबर्न. ऑस्ट्रेलिया के तटीय शहर एक्समाउथ में बृहस्पतिवार को तड़के दुर्लभ सूर्य ग्रहण नजर आया, जिसे देखने करीब 20,000 लोग जुटे. सूर्य ग्रहण के कारण करीब एक मिनट तक उत्तर पश्चिमी तट पर दिन में अंधेरा छाया रहा. तीन हजार से कम निवासियों वाले इस दूरस्थ पर्यटक शहर को ग्रहण देखने के लिए ऑस्ट्रेलिया में सबसे अच्छे गंतव्य में से एक के रूप में प्रचारित किया गया था, जो इंडोनेशिया और ईस्ट तिमोर के हिस्सों से भी जुड़ा है.
सूर्य ग्रहण देखने के लिए एक्समाउथ में अंतरराष्ट्रीय पर्यटक पिछले कई दिनों से जुट रहे थे. ये लोग ग्रहण का नजारा लेने के लिए अपने साथ दूरबीन, कैमरे और अन्य उपकरण लेकर पहुंचे. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के खगोलशास्त्री हेनरी थ्रूप भी सूर्य ग्रहण देखने एक्समाउथ पहुंचे.
ग्रहण के बाद हेनरी ने कहा, ‘‘अविश्वसनीय नजारा है. इतना तेज, इतना चमकीला ….. . सूर्य के आसपास ‘कोरोना’ स्पष्ट नजर आ रहा है. केवल एक ही मिनट लंबा था लेकिन वास्तव में यह लंबे समय का और अद्भुत अहसास करा गया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दिलचस्प बात है कि जब हम लोग ग्रहण देख रहे थे, तभी हमने बृहस्पति और बुध ग्रहों को भी स्पष्ट देखा. दिन में बुध का दिखना बहुत ही दुर्लभ है.’’
उल्लेखनीय है कि ‘कोरोना’ सूर्य के वातावरण का सबसे बाहरी हिस्सा है. कोरोना आमतौर पर सूर्य की सतह के तेज प्रकाश से छिपा रहता है. इसे विशेष उपकरणों का उपयोग किए बिना देखना मुश्किल होता है. हालांकि, कोरोना को पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान देखा जा सकता है.
सूर्य ग्रहण देखने के लिए उत्साहित जूली कॉप्सन करीब 1,000 किलोमीटर का सफर तय करके फ्रेमेंटल शहर से एक्समाउथ पहुंचीं.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी भावुक महसूस कर रही हूं. ग्रहण के दौरान तापमान काफी गिर गया था.’’ ग्रहण के दौरान तापमान में अचानक पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई, जो इससे पहले करीब 29 डिग्री सेल्सियस था.
वहीं, इंडोनेशिया की राजधानी में आंशिक ग्रहण देखने के लिए जकार्ता तारामंडल में सैकड़ों लोग पहुंचे. अजका अजहरा (21) दूरबीन के जरिये सूर्य ग्रहण को करीब से देखने के लिए अपनी बहन और दोस्तों के साथ आईं थीं. उन्होंने कहा, ‘‘बादल छाए रहने के बावजूद मैं अभी भी यहां आकर खुश हूं. यह देखकर खुशी हुई कि कैसे पूर्ण उत्साह के साथ लोग यहां ग्रहण देखने आए हैं क्योंकि ऐसा बहुत कम होता है.’’