पुलिस ने आसाराम के अनुयायियों के ‘खतरे’ के बाद दुष्कर्म पीड़िता के घर की सुरक्षा बढ़ाई
शाहजहांपुर. कथावाचक आसाराम के अनुयायियों से ‘खतरे’ की आशंका जताए जाने के बाद पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता के घर की सुरक्षा बढ़ा दी है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पीड़िता के पिता ने पुलिस को बताया था कि उन्हें आसाराम के अनुयायियों से खतरा महसूस हो रहा है जो इस समय उम्रकैद की सजा काट रहा है.
पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने मंगलवार को बताया कि दुष्कर्म पीड़िता ने उनसे मिलकर बताया था कि आसाराम के कुछ अनुयायियों ने रविवार को कुछ पैम्पलेट बांटे हैं. पीड़िता के पिता ने इसे परिवार को दी गई धमकी माना. गौरतलब है कि पीड़िता ने वर्ष 2013 पर आसाराम पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था और वर्ष 2018 में अदालत ने उसे दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई थी. इस समय आसाराम राजस्थान की जेल में बंद है.
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एहतियाती कदम के तहत चार और पुलिस र्किमयों को पीड़िता के घर की सुरक्षा में तैनात किया गया है.
उन्होंने बताया, ”पीड़िता के पिता के अलग से तब सुरक्षा दी जाती है जब वह अदालत में सुनवाई के लिए जाते हैं.” पीड़िता के पिता ने कहा कि शनिवार और रविवार को आसाराम के समर्थकों ने शहर में ‘ऋषि प्रसाद’ नामक किताब तथा पंपलेट बांटे जिसमें दावा किया गया है कि आसाराम निर्दोष है और उसे गलत तरीके से फंसाया गया है.
पीड़िता के पिता ने बताया कि आसाराम के संदिग्ध समर्थकों ने पिछले साल मार्च में एक पत्र उनके घर में फेंका था जिसमें धमकी दी गई थी. उन्होंने दावा किया था कि सुरक्षा में तैनात एकमात्र कांस्टेबल भी मौके पर मौजूद नहीं था और समय से कार्रवाई नहीं होने से उसके समर्थकों का हौसला बढ़ा है.