राजनाथ सिंह ने बालाजी की गिरफ्तार को लेकर स्टालिन के “दोहरे रवैये” पर सवाल उठाया
चेन्नई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के मंत्री वी. सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी को लेकर “दोहरे रवैये” के लिए मंगलवार को द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष एवं राज्य के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन पर निशाना साधा और हाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के एक पदाधिकारी को गिरफ्तार किए जाने को असंवैधानिक बताया. सिंह ने अपनी पार्टी भाजपा और तमिलनाडु में उसकी सहयोगी अन्नाद्रमुक के बीच संबंधों में तनाव के दरमियान कहा कि भगवा पार्टी अपने साझेदारों को महत्व देती है.
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठनबंधन “मजबूरी नहीं बल्कि प्रतिबद्धता है.” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार के नौ वर्ष पूरे होने के अवसर पर सिंह ने तांबरम उपनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए अपने ”मित्र” स्टालिन पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नौकरी के बदले धन मामले में सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी पर निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री ने केंद्रीय एजेंसी पर सवाल उठाया.
सिंह ने कहा, “सेंथिल को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया. स्टालिन ने इससे पहले उन्हें भ्रष्ट कहा था (जब बालाजी द्रमुक में नहीं थे) और उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी. अब जब उनकी मांग पूरी हो गई है, तो वह इसे प्रतिशोध कह रहे हैं. यह दोहरा रवैया अस्वीकार्य है.” पिछले सप्ताह कथित तौर पर एक ट्वीट को लेकर भाजपा की राज्य इकाई के सचिव एस.जी. सूर्या की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि यह असंवैधानिक है.