जानिए हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में क्या अंतर है?
Cardiac arrest : बीते कुछ महीनों में ऐसे कई केस देखने को मिले हैं जहां जिम करते हुए या डांस करते समय व्यक्ति की अचानक मौत हो गई. आमतौर पर लोगों का मानना है कि ये हार्ट अटैक की वजह से होता है, हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि इसका कारण कार्डियक अरेस्ट है।
आइए इस बीमारी के बारे में जानते हैं।
दिल का दौरा और कार्डियक अरेस्ट के बीच 5 अंतर:
दिल का दौरा कार्डियक अरेस्ट के समान नहीं है।
दिल का दौरा तब होता है जब कोरोनरी धमनियों में से एक अवरुद्ध हो जाती है। हृदय की मांसपेशी से उसकी महत्वपूर्ण रक्त आपूर्ति छीन ली जाती है और यदि इलाज न किया जाए तो वह मरना शुरू कर देगी क्योंकि उसे पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रही है।
कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब किसी व्यक्ति का हृदय उसके शरीर के चारों ओर रक्त पंप करना बंद कर देता है और वह सामान्य रूप से सांस लेना बंद कर देता है।
वयस्कों में कई कार्डियक अरेस्ट दिल का दौरा पड़ने के कारण होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि जिस व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ रहा है, उसमें खतरनाक हृदय गति विकसित हो सकती है, जो कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकती है।
दिल का दौरा और कार्डियक अरेस्ट दोनों ही आपातकालीन स्थितियाँ हैं। सीधे 999 पर कॉल करें।
कोरोना वायरस एक बड़ा कारण
राजीव गांधी हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में डॉ. अजित जैन बताते हैं कि कार्डियक अरेस्ट के मामले बढ़नेका एक बड़ा कारण कोरोना वायरस है. वायरस की वजह से लोगों के शरीर में ब्लड क्लॉट बन रहे हैं. दिल की नसों में बने क्लॉट की वजह से हार्ट ब्लड को सही तरीके से पंप नहीं कर पाता और ब्लॉकेज की वजह से हार्ट अटैक आ जाता है. जो आधे घंटे से 15 मिनट की अवधी में यह कार्डियक अरेस्ट बन जाता है.
भले ही व्यक्ति बाहर से कितना भी फिट नजर आए और खानपान का ध्यान रखे उसके भी कार्डियक अरेस्ट की परेशानी हो सकती है. कार्डियक अरेस्ट होने पर कुछ ही मिनटों में अगर इलाज न मिले तो व्यक्ति की मौत हो जाती है. यही कारण है कि हम देखते हैं कि अचानक छाती में तेज दर्द हुआ और कुछ ही मिनटों में मौत हो गई.