प्रशांत किशोर को लेकर गहलोत और बघेल के साथ मंथन, अगले 72 घंटों में पूरी होगी मंत्रणा
नयी दिल्ली. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की ओर से अगले लोकसभा चुनाव और कांग्रेस में नयी जान फूंकने के लिए पेश की गयी रणनीति पर पार्टी के भीतर चल रहे गहन मंथन के क्रम में बुधवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ विस्तृत चर्चा की गई. पार्टी का कहना है कि किशोर की ओर से दिए गए सुझावों पर मंत्रणा का दौर अगले 48 से 72 घंटे में संपन्न हो जाएगा.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक में गहलोत और बघेल के समक्ष किशोर ने अपनी रणनीति प्रस्तुत की और आज कुछ अतिरिक्त सुझाव भी दिए. इस मौके पर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी और रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद थे.
बैठक के बाद गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रशांत किशोर एक ब्रांड बन गए हैं. उन्होंने मोदी जी के लिए काम किया, बिहार में काम किया…वह बड़ा नाम बन गए हैं, इसलिए उनके बारे में खबर है. हर व्यक्ति के अनुभव से काम लेना ही चाहिए. ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है. हम एजेंसियों से उनकी राय लेते हैं.’’ सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर के सुझावों पर विचार के लिए एक समिति बनाई थी. इन सुझावों में कांग्रेस संगठन को और प्रभावी बनाने और आने वाले चुनावों में संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने, संगठनात्मक बदलाव करने, संगठन को लोगों की अकांक्षाओं के अनुरूप बनाने की बातें शामिल हैं. इन सुझावों पर पिछले तीन दिनों से गहन मंत्रणा हो रही है.’’
उन्होंने बताया, ‘‘ समिति ने यह समझा कि संगठन को और प्रभावी बनाने के लिए दोनों मुख्यमंत्रियों से उनके सुझाव लेने जरूरी हैं. ऐसे में आज दोनों मुख्यमंत्रियों से मंत्रणा की गई.’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि अगले 24 से 48 घंटे में यह मंत्रणा पूरी हो जाएगी.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल होकर अपना योगदान देंगे तो सुरजेवाला ने कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा जो समिति बनाई गई है, इसका लक्ष्य या अधिकार क्षेत्र किसी व्यक्ति विशेष को कांग्रेस में शामिल करना नहीं है.’’
उनके मुताबिक, ‘‘संगठन कैसे मजबूत हो, चुनाव के लिए बेहतरीन तैयारी कैसे हो, प्रान्तीय और 2024 के चुनाव और बेहतरीन तरीके से कैसे लड़े जाएं, लोगों की पीड़ा को कांग्रेस और बेहतरीन तरीके से कैसे उजागर करे, लोगों से कांग्रेस और बेहतरीन तरीके से कैसे जुड़े और भविष्य के भारत का, सुदृढ़ भारत का निर्माण कांग्रेस के नेतृत्व में किस प्रकार से हो, हम केवल इन्हीं पर मंत्रणा कर रहे हैं.’’ पिछले पांच दिनों के भीतर प्रशांत किशोर चौथी बार सोनिया गांधी के आवास पर पहुंचे. उन्होंने सोमवार को भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी.
किशोर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर शनिवार को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और वरिष्ठ नेताओं के समक्ष पार्टी में शामिल होने की इच्छा जताई और अगले लोकसभा चुनाव की रणनीति का खाका पेश किया.
सूत्रों ने बताया कि किशोर ने सुझाव दिया है कि उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा जैसे कुछ राज्यों में कांग्रेस को नए सिरे से अपनी रणनीति बनानी चाहिए और इन प्रदेशों में गठबंधन से परहेज करना चाहिए. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, अपनी प्रस्तुति में प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि कांग्रेस को लगभग 370 लोकसभा सीट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल एवं तमिलनाडु में गठबंधन के साथ चुनावी मैदान में उतरना चाहिए.