सोशल मीडिया मंचों के पास स्थानीय कानूनों का पालन करने या प्रतिबंध के अलावा कोई विकल्प नहीं : मस्क
न्यूयॉर्क. ट्विटर के प्रमुख एलन मस्क ने बुधवार को कहा कि सोशल मीडिया मंचों के पास किसी देश के स्थानीय कानूनों का पालन करने या फिर प्रतिबंध झेलने के अलावा कोई और विकल्प नहीं होता. मस्क ने ट्विटर के सह-संस्थापक जैक डोर्सी के आरोपों से जुड़े एक सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की.
डोर्सी ने आरोप लगाया था कि भारत सरकार ने विवादित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन से जुड़ी संवेदनशील सामग्री नहीं हटाने पर ट्विटर को कंपनी और उसके कर्मचारियों के यहां छापेमारी की धमकी दी थी. हालांकि, सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने डोर्सी के दावे को ‘सरासर झूठ’ करार दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि डोर्सी के कार्यकाल में ट्विटर इस तरह से काम करता था, मानो भारतीय कानून उस पर लागू ही नहीं होता.
न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से मुखातिब मस्क ने कहा, “ट्विटर के पास स्थानीय सरकारों के आदेशों पर अमल करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं होता. अगर हम स्थानीय कानूनों का पालन नहीं करते हैं, तो हम पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा.”
उन्होंने कहा, “हम संबंधित देश के कानूनों का पालन करने के अलावा कुछ और नहीं कर सकते. हमारे लिए इससे इतर कुछ भी करना नामुमकिन है.” ट्विटर प्रमुख ने कहा कि अलग-अलग तरह की सरकारों के अलग-अलग तरह के नियम-कायदे होते हैं और “हम हर देश के कानून के हिसाब से अभिव्यक्ति की सर्वाधिक आजादी सुनिश्चित करने की दिशा में हर संभव कोशिश करेंगे.” उन्होंने कहा, “कोई भी व्यक्ति सिर्फ अमेरिका के कानून को पूरी दुनिया में लागू नहीं कर सकता है.”