Apple ने बनाए PLI लक्ष्य से ज्यादा iPhone, 2 साल पहले ही हासिल कर लिया टारेगट

ई दिल्लीः भारत में आईफोन असेंबल करने का काम शुरू होने के तीन साल बाद ही ऐपल इंक ने एक वित्त वर्ष में 1 लाख करोड़ रुपए कीमत के आईफोन बना डाले हैं। कंपनी ने यहां ठेके पर आईफोन बनाने वाली तीन कंपनियों के जरिये 2023-24 के पहले 11 महीनों में ही यह मुकाम हासिल कर लिया।

ऐपल ने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के पांचवें साल तक एक वित्त वर्ष में 1 लाख करोड़ रुपए के आईफोन बनाने का लक्ष्य रखा था मगर उसने यह दो साल पहले ही पूरा कर लिया।

योजना के तीसरे साल में तीनों कंपनियों या वेंडरों का उत्पादन 75,000 करोड़ रुपए तक पहुंचने पर प्रोत्साहन के लिए पात्र होने की बात कही गई थी। मगर वित्त वर्ष खत्म होने से महीना भर पहले ही ऐपल ने लक्ष्य से 33 फीसदी ज्यादा उत्पादन कर दिया है। इस बारे में पूछे जाने पर ऐपल इंक के प्रवक्ता ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। अनुमान के मुताबिक ऐपल को आपूर्ति करने वाली तीनों कंपनी चालू वित्त वर्ष के अंत तक 1.10 लाख करोड़ रुपए फ्री ऑन बोर्ड कीमत के आईफोन बना देंगी।

इसके साथ ही दुनिया भर में होने वाले कुल आईफोन उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 12 फीसदी हो जाएगी। पीएलआई योजना के अनुसार ऐपल की हरेक वेंडर को प्रोत्साहन का दावा करने के लिए तीन साल में हर साल कम से कम 15,000 करोड़ रुपए के आईफोन बनाने होंगे। चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों के आंकड़ों से पता चलता है कि तीनों ने पात्रता की शर्त पूरी ही नहीं की बल्कि उसे बड़े अंतर से पार भी कर लिया है। ऐसे में हरेक वेंडर तीसरे साल में अधिकतम 25,000 करोड़ रुपए मूल्य के उत्पादन के लिए पीएलआई का दावा कर सकती है।

इतना ही नहीं ऐपल ने अप्रैल, 2023 से फरवरी 2024 तक जो उत्पादन किया है, वह पिछले वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों के उत्पादन से 100 फीसदी ज्यादा यानी दोगुना है। इसके साथ ही आईफोन सबसे तेजी से बढ़ने वाला मेड इन इंडिया उत्पाद बन गया है। ऐपल अब राजस्व के लिहाज से देश में शीर्ष 10 विनिर्माता कंपनियों में शुमार हो सकती है।

पीएलआई योजना के तहत किए गए वादे के अनुसार 1 लाख करोड़ रुपए फ्री ऑन बोर्ड कीमत के आईफोन बनाने से कंपनी को करीब 1.6 लाख करोड़ रुपए की आय होगी। 1982 में शुरू हुई मारुति सुजूकी वित्त वर्ष 2023 में 1.19 लाख करोड़ रुपए सालाना कारोबार तक पहुंच पाई। मगर ऐपल ने भारत में पहले तीन साल में ही यह उपलब्धि हासिल कर ली। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार आईफोन के कुल उत्पादन में करीब 70 फीसदी योगदान फॉक्सकॉन का है और 15-15 फीसदी आईफोन विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन ने बनाए हैं। तीनों कंपनियां आईफोन 12, 13, 14 और 15 मॉडल बनाती हैं। आईफोन का सबसे नया मॉडल देश में सितंबर 2023 में उतारा गया था। पिछले 11 महीनों में देश में बनने वाले कुल आईफोन में से करीब 68 फीसदी का निर्यात किया गया है।

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