Vande Bharat स्लीपर ट्रेन में मिलेगी Flight जैसी लग्जरी सुविधाएं, सामने आयी तस्वीरें, जानिए डिटेल्स
Vande Bharat Sleeper Train: देश की सेमी हाई स्पीड वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें जल्द ही देशभर में चलायी जाएंगी। रेलवे विभाग इसकी तैयारी में तत्परता से जुटी हुई है। भारतीय रेलवे वंदे भारत के लिए स्लीपर कोच विकसित करने की प्रक्रिया में लगा हुआ है।
बता दें कि Vande Bharat Sleeper Train कई लग्जरी सुविधाओं से लैस होगी, साथ ही इसमें अत्याधुनिक तकनीकों का भी प्रयोग किया जाएगा। देशभर में वंदे भारत ट्रेनें रेगुलर ट्रेनों की तुलना में अधिक लोकप्रिय हो रही हैं।
देश भर में वंदे भारत की सर्विस में वृद्धि हुई है क्योंकि वे यात्रियों को तेज गति और कम समय में उनके गंतव्य तक पहुंचाती हैं। इसके अलावा यह ट्रेन सुरक्षा के दृष्टी से भी काफी शानदार है।
Vande Bharat Sleeper Train खासियत: अब तक वंदे भारत ट्रेनों में केवल सिंगल-सीटर कोच होते थे। ये ट्रेनें केवल दिन के समय चलती हैं। अब भारतीय रेलवे रात में भी यात्रा करने के लिए स्लीपर कोच की सुविधा के साथ वंदे भारत ट्रेन को विकसित कर रहा है।
हाल ही में इस नई वंदे भारत स्लीपर कंपार्टमेंट ट्रेन के डिजाइन और सुविधाओं को लेकर नई जनकारी सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक इस ट्रेन के अगले हिस्से का डिज़ाइन चील (eagles) जैसा होगा।
इस ट्रेन में कुल 16 कोच होंगे। इनमें तीन प्रकार के कोच (3 टियर एसी, 2 टियर एसी और प्रथम श्रेणी एसी) शामिल है। सभी कोच अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के कोच बेहद आरामदायक होंगे।
उन्नत सुविधाएं: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के16 कोचों में 11 AC 3 टियर कोच, 4 AC 2 टियर कोच और एक एसी फर्स्ट क्लास कोच होगा। इस ट्रेन में कुल 823 यात्री आराम से यात्रा कर सकते हैं।
ट्रेन के 3-टियर एसी कोच में 611 यात्री, 2-टियर एसी कोच में 188 यात्री और प्रथम श्रेणी कोच में 24 यात्री सहजता से यात्रा कर सकते हैं। 3 टियर एसी कोच को मौजूदा ट्रेन की तुलना में अधिक सुविधाओं के लिए डिजाइन किया जा रहा है।
मुख्य रूप से इसमें अतिरिक्त कुशन बेड की शुरूआत तस्वीरों में देखी जा सकती है। यह राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में मिलने वाली सुविधा से भी बेहतर है। इसके अलावा वहीं अपर बर्थ पर जाने के लिए यात्रियों को चढ़ने के लिए सीढ़ी बनाई गई है।
आकर्षक इंटीरियर: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का इंटीरियर क्रीम, पीले और लकड़ी के रंगों में आकर्षक रूप से डिजाइन किया गया है। इसके अलावा ट्रेन में सेंसर लाइट का इस्तेमाल किया गया है।
ऑटोमैटिक एलईडी लाइटें: रात में यात्रा करते समय जिस क्षेत्र में वे चल रहे हैं वहां लाइट ऑटोमैटिक रूप से चालू हो जाती है। जब कोई यात्री बर्थ में नहीं होते हैं तो लाइटें अपने आप ही बंद हो जाती हैं। इससे बिजली की बचत होती है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों में नीचे की ओर एलईडी लाइट स्ट्रिप्स लगाई गई हैं, जिससे यात्री विशेष रूप से रात में शौचालय या अन्य जरूरतों के लिए बर्थ से उतरते समय अपना रास्ता देख सकें। यह तभी काम करता है जब यात्री उस रास्ते पर चल रहे हों।
ऑटोमैटिक डोर : ट्रेन के अंदर के दरवाजे, एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे तक जाने वाले दरवाजे, शौचालय क्षेत्र के दरवाजे सभी ऑटोमैटिक हैं। ये डोर सेंसर आधारित हैं। इससे अधिक सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।
बायो-टॉयलेट: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में बायो-टॉयलेट सिस्टम लगाया जाएगा। इससे दुर्गंध बाहर नहीं आती। इसके अलावा, विकलांगों के लिए विशेष शौचालय की सुविधा भी की जाएगी। इस ट्रेन के शौचालय के अंदर सभी वॉशबेसिन पानी को बाहर फैलने से रोकने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
इसके अलावा फर्स्ट क्लास एसी डिब्बे में बाथरूम में नहाने के लिए शॉवर और गर्म पानी की सुविधा भी की जाएगी। ये सभी स्लीपर वंदे भारत कोच मौजूदा वंदे भारत कोचों की तरह अर्ध-स्थायी कप्लर्स से जुड़े हुए हैं। यह यात्रियों को झटका मुक्त सवारी का अनुभव देता है।
इस ट्रेन को 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने के लिए डिजाइन किया गया है। हालाँकि, सुरक्षा कारणों से ट्रेन की गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा तक सीमित है।