मोदी सरकार ने नौ वर्ष में कुछ क्षेत्रों को छोड़कर वामपंथी उग्रवाद पर काबू पा लिया: अमित शाह

दुर्ग. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने नौ वर्षों में छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर पूरे देश में वामपंथी उग्रवाद पर नियंत्रण पा लिया. छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर के पंडित रविशंकर स्टेडियम में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि राज्य सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है और भूपेश बघेल के नेतृत्व वाले शासन की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा नेता शाह ने लोगों से राज्य में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने और 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार सत्ता में लाने का आग्रह किया.

शाह ने भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाले पूर्व संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) शासन पर भी निशाना साधा और कहा कि केंद्र में मनमोहन सिंह सरकार के समय 12 लाख करोड़ रुपये का घोटाला हुआ, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार पारदर्शी तरीके से काम कर रही है, उस पर एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगाया जा सकता.

चुनावी वर्ष में शाह का यह तीसरा छत्तीसगढ़ दौरा है. उन्होंने जब रैली में मौजूद लोगों से पूछा कि वे अगले लोकसभा चुनाव में मोदी या राहुल गांधी में से किसे प्रधानमंत्री बनाएंगे, लोगों ने जवाब दिया, ‘मोदी को.’ मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के नौ वर्ष की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, ”इस अवधि के दौरान छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, पूरे देश में वामपंथी उग्रवाद पर काबू पा लिया गया.” शाह ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर कई क्षेत्रों में भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राज्य के लोगों को ‘धोखा’ देने के लिए शर्म आनी चाहिए.

उन्होंने कांग्रेस सरकार पर अपराध में बढ़ोतरी और भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए कहा, ”बघेल सरकार पर दो हजार करोड़ रुपए का शराब घोटाला, पांच सौ करोड़ रुपए का कोयला परिवहन घोटाला, 13 सौ करोड़ रुपए का गौठान घोटाला, लोक सेवा आयोग घोटाला, जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) घोटाला समेत कई घोटालों का आरोप है.” उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या आप भ्रष्टाचार में डूबी इस सरकार को दोबारा चुनना चाहते हैं.

शाह ने बघेल सरकार को ‘वादाखिलाफी करने वाली सरकार’ बताया और कहा कि कांग्रेस शराबबंदी, स्वयं सहायता समूहों का कर्ज माफ करने और बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है. उन्होंने कहा, ”रेडी-टू-ईट योजना में शामिल महिलाओं की नौकरियां चली गई, बुजुर्गों को वृद्धावस्था पेंशन ठीक से नहीं मिल रहा है और यहां तक कि तेंदूपत्ता संग्राहकों का भुगतान भी लंबित है.” शाह ने कहा कि राज्य पर डेढ़ लाख करोड़ रुपए का कर्ज भी इस सरकार ने कर दिया है.

उन्होंने कहा, ”कांग्रेस सरकार में, आदिवासी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण कई लोगों की मृत्यु हो गई. 13 हजार से अधिक शिशुओं की मृत्यु हो गई, एक हजार किसानों ने आत्महत्या कर ली, इतने छोटे राज्य में पांच हजार से अधिक बलात्कार के मामले सामने आए. बघेल जी आपको इस पर शर्म आनी चाहिए. यह तय है कि आप अगले चुनाव में सत्ता से बाहर हो जायेंगे.”

उन्होंने धान खरीदी को लेकर अपनी पीठ थपथपाने के लिए बघेल सरकार की आलोचना की और कहा,” धान खरीदी का 90 फीसदी पैसा केंद्र सरकार देती है.” उन्होंने कहा कि संप्रग शासन के 10 वर्षों (2004-2014) के दौरान, केंद्र ने छत्तीसगढ़ को 74 हजार करोड़ रुपये दिए थे, जबकि मोदी सरकार ने नौ वर्षों में अब तक राज्य को तीन लाख करोड़ रुपये मंजूर किये हैं. शाह ने कहा कि राज्यों के अपने दौरे के दौरान वह लोगों से पूछते हैं कि 2024 के आम चुनाव में मोदी जी या राहुल में से कौन प्रधानमंत्री होगा. उन्होंने रैली में लोगों से यही सवाल पूछा, लोगों ने जवाब दिया, ‘ मोदी.’

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